चंडीगढ़, 01 जून, 2025- भारत की महान संत-शासिका, सेवा, न्याय और धर्मनिष्ठा की प्रतीक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर जीआईसी ग्राउंड, आगरा में एक ऐतिहासिक, अभूतपूर्व और अविस्मरणीय समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन के आयोजक माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल जी थे।
इस कार्यक्रम में 50,000 से 60,000 से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। आगरा लोकसभा क्षेत्र के कोने-कोने से लेकर आसपास के सैकड़ों गांवों से भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए। समारोह का आरंभ लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि, दीप प्रज्वलन से हुआ। संपूर्ण वातावरण श्रद्धा, भक्ति और गौरव से भर गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ. (श्रीमती) सुदेश धनखड़ ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन को और ऐतिहासिक बना दिया।
उन्होंने अपने संबोधन में लोकमाता के जीवन को नारीशक्ति, न्यायप्रियता और सेवा धर्म का अद्भुत उदाहरण बताया और वर्तमान समाज को उनसे सीख लेने का आह्वान किया।
हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन दिया और एक महिला सेना की स्थापना की, जो उस समय में एक क्रांतिकारी कदम था। उनकी नीतियाँ इतनी प्रजा केंद्रित थी कि वे प्रतिदिन जनता की समस्याएं सुनती थी और त्वरित न्याय प्रदान करती थीं। उनकी न्याय प्रियता ऐसी थी कि उन्हें ‘न्याय की देवी‘ भी कहा जाने लगा।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राजमाता अहिल्याबाई ने 16वीं शताब्दी में महिलाओं को सशक्त करने की जो पहल की, आज उसी पहल को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आगे बढ़ा रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हरियाणा की पावन धरा से ही ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ तथा ’बीमा सखी योजना’ का शुभारंभ कर हमारी बहन-बेटियों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने का महान कार्य किया है।
राज्यपाल ने बताया कि युवा पीढ़ी को अहिल्याबाई के जीवन और विरासत के बारे में शिक्षित और प्रेरित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेत्तृव में हरियाणा सरकार मातेश्वरी अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर हरियाणा में एक संग्रहालय बनाने जा रही है, जो कि बेहद सराहनीय पहल है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने प्रेरणाप्रद संबोधन में लोकमाता के आदर्शों पर आधारित उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि यह आयोजन प्रदेश की सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्र गौरव का प्रतीक है।
इस भव्य समारोह के मुख्य आयोजक एवं केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल जी ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में होलकर वंश के गौरवशाली इतिहास, लोकमाता के न्यायपूर्ण शासन, सामाजिक सुधारों, धर्म-संरक्षण तथा जनकल्याणकारी कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी का जीवन प्रत्येक भारतीय के लिए आदर्श है। आज हमें उनके पदचिन्हों पर चलते हुए सेवा, समर्पण और सामाजिक न्याय को अपनी प्राथमिकता बनाना चाहिए।
समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों से अनेक विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। समारोह में श्री राम शिंदे, अध्यक्ष, महाराष्ट्र विधान परिषद, श्री बी. के. पार्थसारथी एवं श्री बस्तिपति नागराजू, सांसद, श्री चंद्रकांत केवलेकर, पूर्व उपमुख्यमंत्री, गोवा, श्री हरि सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष, सभी महानुभावों ने लोकमाता के अद्वितीय योगदान और प्रेरक जीवन पर प्रकाश डाला और उन्हें भारतीय संस्कृति की चिरंजीवी चेतना बताया।
कार्यक्रम का समापन लोकसेवा, न्याय और नारी शक्ति के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ। उपस्थित हजारों लोगों ने लोकमाता के सिद्धांतों पर चलने और समाजसेवा को जीवन का उद्देश्य बनाने का प्रण लिया।