मनीमाजरा - 01जून 2025 : हम बहुत ही भाग्यशाली हैं क्योंकि हमारा जन्म ऐसे घर में हुआ है जहां हमारे माता-पिता ब्रहमज्ञानी हैं और सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने हर शहर में बच्चों के लिए अलग से संगतो की स्थापना की हुई है और हमारा सत्संग में आने का लाभ तभी होगा यदि हमारा हर कर्म सत्गुरू व अपने माता-पिता के प्रवचनों पर आधारित हो, इससे न केवल हमारा जीवन समृद्धशाली होगा बल्कि समाज में भी हमारा सत्कार होगा और सत्गुरू का प्रचार भी स्वयंमेव होता चला जाएगा, ये उद्गार कल यहां हुए मनीमाजरा ब्रान्च के बाल समागम में सैक्टर 45 ऐरिया के मुखी श्री एन के गुप्ता जी ने सैकड़ों की संख्या में उपस्थित बच्चों व युवाओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए ।

इस अवसर पर अरदास, प्रयास और विश्वास बारे चर्चा करते हुए श्री गुप्ता जी ने कहा कि जब भी हम सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज से अपने किसी कार्य के लिए या किसी कठिनाई के अवसर पर कोई अरदास करते हैं तो हमारे मन में यह विश्वास होना चाहिए कि ये हमारी अरदास पर अवश्य ही गौर फरमायेंगे और यदि यह अरदास हमारे लिए सुखदायी होगी तो पूर्ण भी अवश्य करेंगे लेकिन उसके लिए जो जो भी हमें कर्म करना है वह हम निष्काम भाव से करते चले जायें, उस दौरान हमें किसी की लाईन को छोटा करने की बजाए अपनी लाईन को बड़ा करने की ओर ध्यान देना है अर्थात ऐसे समय में गुरू के आदेशों को नज़रअन्दाज़ नहीं करना ।

इससे पूर्व बड़े बच्चों ने ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे बच्चों ने भी बाल संगत से समय समय पर प्राप्त की गई शिक्षायों को अपने स्पीच, गीत, कविता व स्किट आदि के रूप में व्यक्त करने का प्रयास किया । इस अवसर पर उपस्थित यहां के मुखी श्री अमरजीत सिंह जी ने सभी वक्ताओं की सराहना की और सभी श्रोताओं का धन्यवाद करते हुए सत्गुरू माता जी से बच्चों के लिए अरदास की कि वे न केवल अपने पढ़ाई में आगे बढ़ें बल्कि सत्संग सेवा सिमरन से भी पीछे न हटें।