हिसार, 28.11.25-- अग्रोहा धाम में बृज रतन श्री त्रिलोक जी महाराज वृंदावन वाले के द्वारा श्री मद् भागवत कथा का आयोजन में अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग के नेतृत्व में भव्य कलश यात्रा बैंड-बाजे के साथ निकाल कर कथा का शुभारंभ किया। कलश यात्रा में 1008 महिला व धर्म प्रेमियों ने भारी संख्या भाग लिया।
अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा कि भागवत हमें जीवन जीने का सलीका सिखाती है। आंतरिक शांति और खुशी प्राप्त करने के तरीके बताती है और ईश्वर की भक्ति और ज्ञान के माध्यम से संसार से मुति का मार्ग दिखाती है। भागवत यह सिखाती है कि मोह और अहंकार को त्याग कर सभी ईश्वर को देखकर और धर्म के प्रति निष्ठा रखते हुए जीवन जीना चाहिए। जीवन में कितनी भी मुसीबतें आए हमें मुस्कुराते हुए हर पल बिताना चाहिए। भगवत गीता हमें निस्वार्थ कर्म, मानसिक और भक्ति के माध्यम से आंतरिक शांति और उपदेश की प्राप्ति करना सिखाती है। गीता का उपदेश है कि कर्म करते रहो और उसके फल की इच्छा मत करो यह है दुख का सबसे बड़ा कारण है। श्री मद् भागवत कथा में आए हुए अतिथियों को बजरंग गर्ग ने स्मृति चिन्ह भेंटकर के सम्मानित किया
इस अवसर पर कथा संयोजक सुभाष चन्द्र गर्ग व पवन बंसल, बजरंग असरावां, अमित बंसल, तरुण गर्ग, अरुण गर्ग, राजेश गुप्ता, किशन गोपाल गर्ग, आनंद गर्ग, अनिल गोयल,सीताराम सिंगला, रवि सिंगला, श्री भगवान मित्तल, अनिल गोयल, विजय अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, सुमित अग्रवाल, राजेश मित्तल, महेश अग्रवाल, मनोज सांगला, संदीप कुमार आदि समाज के प्रतिनिधि भारी संख्या में भाग लिया।