*ऊना को तंबाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम तेज़*
*जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में उपायुक्त जतिन लाल ने दिए निर्देश...तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 को बनाएं जन आंदोलन, हर विभाग निभाए जिम्मेदारी*
ऊना, 13 अक्तूबर. उपायुक्त जतिन लाल ने ऊना जिले को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए हर विभाग से जिम्मेदारी निभाने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी विभागों से समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। वे सोमवार को यहां जिला स्तरीय तंबाकू नियंत्रण समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिले में 9 अक्तूबर से आरंभ 60 दिवसीय 'तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0’ के तहत जागरूकता गतिविधियां की समीक्षा के साथ आगे की रणनीति तय की गई।
उपायुक्त ने कहा कि ऊना जिला प्रशासन का लक्ष्य इस अभियान को एक जन जागरूकता आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना है, ताकि नई पीढ़ी तंबाकू के दुष्प्रभावों से मुक्त एक स्वस्थ जीवन जी सके।
*सफलता के लिए साझे प्रयास जरूरी*
उपायुक्त ने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य विभाग का नहीं, बल्कि पूरे समाज का साझा मिशन है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, ग्रामीण विकास, पंचायत, नगर निकाय, आयुष, जनसंपर्क विभाग समेत अन्य विभा और एनजीओ तथा युवा संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया,ताकि यह मुहिम एक जन आंदोलन का रूप ले।
*युवाओं में जागरूकता पर विशेष फोकस*
उपायुक्त ने कहा कि तंबाकू सेवन असमय मृत्यु और बीमारियों का एक प्रमुख कारण है। इसकी शुरुआत अक्सर कम उम्र में ही हो जाती है, इसलिए युवाओं को जागरूक करना और उन्हें नशे से दूर रखना अभियान का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने इस पर विशेष फोकस करने को कहा।
उपायुक्त ने शिक्षण संस्थानों को भी पूर्णतः तम्बाकू मुक्त बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद न बिकें। इसके अलावा पंचायतों में ‘तंबाकू मुक्त गांव' बनाने की दिशा में ठोस प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि पंचायत घरों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता बैनर और सूचना पट्ट लगाए जाएं ताकि संदेश घर-घर तक पहुंचे।
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से ग्राम स्तर पर जन जागरूकता अभियान को गति देने को कहा। वहीं, पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि सीओटीपीए-2003 और पीईसीए-2019 के तहत प्रवर्तन सुनिश्चित करे।
उन्होंने प्रत्येक मीडिया माध्यम का उपयोग कर तम्बाकू मुक्त समाज के निर्माण के संदेश के प्रचार-प्रसार को और प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाने को कहा।
*उल्लंघन पर करें सख्त कार्रवाई*
जतिन लाल ने निर्देश दिए कि जिले में किसी भी बार या रेस्तरां में नियमों का उल्लंघन कर हुक्का परोसने की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही हिमाचल प्रदेश तंबाकू उत्पाद नियंत्रण अधिनियम, 2016 और खुली सिगरेट एवं बीड़ी की बिक्री निषेध अधिनियम, 2016 को अक्षरशः लागू किया जाए।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस के वर्मा, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला अधिकारी डॉ. अंकित चौधरी, नगर निगम ऊना के संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस नरेंद्र कुमार, जिला कल्याण अधिकारी आवास पंडित सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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ऊना से 30 किसानों का दल 5 दिवसीय बागवानी प्रशिक्षण शिविर के लिए सिद्धपुर रवाना
ऊना, 13 अक्तूबर। किसानों की आय में वृद्धि और आधुनिक बागवानी तकनीकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बागवानी विभाग, जिला ऊना द्वारा किसानों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण शिविर 13 से 17 अक्तूबर 2025 तक इंडो-इज़राइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र, सिद्धपुर (जिला मंडी) में आयोजित होगा।
बागवानी विभाग ऊना के उप-निदेशक डॉ. के.के. भारद्वाज ने सभी किसानों को उन्हें सफल प्रशिक्षण की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण दल का नेतृत्व बागवानी विकास अधिकारी डॉ. कविता कर रही हैं। जिला ऊना की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियां विभिन्न फलदार फसलों की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल हैं। जिले में आम, सिट्रस फलों, ड्रैगन फ्रूट, अनार, अमरूद, पपीता, जापानी फल, आड़ू, प्लम और नाशपाती जैसी फसलों की सफलतापूर्वक खेती की जा सकती है। फल फसलों की इन संभावनाओं को देखते हुए केंद्र प्रायोजित एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है ताकि किसान उत्कृष्टता केंद्र के विशेषज्ञों से नई बागवानी तकनीकें सीखकर अपने खेतों में उन्हें लागू कर सकें।
डॉ भारद्वाज ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को ड्रैगन फ्रूट, एवोकाडो और जापानी फल जैसी उच्च आय देने वाली फसलों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, जिससे फसलों में विविधता और किसानों की आमदनी दोनों में वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि अपनी आय में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी विकास से जुड़ी अधिकांश योजनाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिनका लाभ किसान घर बैठे उठा सकते हैं।
उन्होंने जिले के किसानों से अपील की कि वे अपने निकटतम बागवानी अधिकारी से संपर्क स्थापित कर विभाग की विभिन्न योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठा सकते हैं।
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ऊना में एचआईवी/एड्स एवं टीबी जागरूकता को लेकर शुरू हुआ हस्ताक्षर अभियान
ऊना, 13 अक्तूबर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ऊना डॉ. संजीव वर्मा की अध्यक्षता में आज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में सनराइज एनजीओ के सहयोग से एचआईवी/एड्स और टीबी जागरूकता संबंधी हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ. संजीव वर्मा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को एचआईवी, एड्स एवं क्षय रोग (टीबी) के प्रति जागरूक करना और उन्हें इस मुहिम से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि यह हस्ताक्षर अभियान हिमाचल प्रदेश में जिला ऊना से पहली बार शुरू किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को शामिल किया जाएगा ताकि युवाओं सहित अधिकतम लोगों तक जन-जागरूकता का संदेश पहुंचाया जा सके।

डॉ. वर्मा ने जिला के नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और समाज को इन बीमारियों के प्रति जागरूक बनाने में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विशाल ठाकुर ने जानकारी दी कि जिला ऊना में 1,01,321 की संवेदनशील आबादी को चिन्हित किया गया था, जिसमें से लगभग सभी लोगों की टीबी जांच पूरी कर ली गई है। इसके अतिरिक्त, लगभग 60 हजार लोगों के टीबी की जांच हेतु एक्स-रे भी कर लिए गए हैं।

इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक ऊना डॉ संजय मनकोटिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी अंकित चौधरी, डॉ पुष्पेंद्र राणा, डॉ ऋचा कालिया, समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी, डॉ नरेश शर्मा, डॉ रामपाल, डॉ शिंगारा सिंह, डॉ पंकज पराशर, डॉ राहुल कतना, जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी गोपाल कृष्ण, लक्ष्य कंसल्टेंट प्रिय शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।