पंचकूला, 30.09.25- : सेक्टर-15 स्थित कम्युनिटी सेंटर तीन दिनों तक संस्कृति, परंपरा और उत्सव की झलकियों से गुलजार रहा। महिलाओं द्वारा आयोजित और महिलाओं द्वारा ही संचालित तीन दिवसीय स्वदेशी मेला एवं डांडिया उत्सव आज धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस मेले ने जहां एक ओर स्वदेशी उत्पादों को मंच दिया, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक नृत्य और प्रतियोगिताओं के जरिए हर आयु वर्ग को जोड़ने का काम किया।

मेले का शुभारंभ पूर्व स्पीकर जान चंद गुप्ता, स्वदेशी अभियान के संयोजक राजेश गोयल, अमरटेक्स के डायरेक्टर अरुण ग्रोवर और सतलुज स्कूल की प्रिंसिपल मधुरिमा सराय ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत विशेष बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग नृत्य से हुई, जिसने उपस्थित जनसमूह का दिल जीत लिया। इसके बाद मधु शर्मा और उनकी टीम की नृत्य योग प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों के लिए पोस्टर मेकिंग और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता भी आयोजित हुई, जिनमें बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। महिला प्रमुख डॉ. बेनु राव के अनुसार, पहले ही दिन से मेले में भारी भीड़ उमड़ी और लोगों ने स्वदेशी स्टॉलों से दिल खोलकर खरीदारी की।

प्रतियोगिताएं और फैशन शो का आकर्षण

कार्यक्रम का आगाज़ मेहंदी प्रतियोगिता से हुआ। युवतियों ने अपनी रचनात्मकता और कला का ऐसा प्रदर्शन किया कि हर कोई उनकी प्रतिभा का कायल हो गया।

इस अवसर पर कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे, जिनमें कालका से विधायक शक्ति रानी शर्मा, मुख्य मंत्री के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी, जिला अध्यक्ष अजय मित्तल, पंचकूला मेयर कुलभूषण गोयल, महिला आयोग की रेनू भाटिया, हरियाणा प्रदेश युवा मीडिया सह सचिव दीपक गर्गऔर वरिष्ठ राजनीतिक नेता योगेश्वर शर्मा शामिल थे।

मुख्य आकर्षण स्वदेशी परिधान फैशन शो रहा। मंच पर महिलाओं ने पारंपरिक वस्त्रों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों का संगम पेश किया। फैशन शो की शोस्टॉपर शालू जिंदल रहीं, जिनकी उपस्थिति ने इस शो को और भव्य बना दिया।

डांडिया रास : हर शाम की रौनक

मेले की हर शाम 5:30 बजे डांडिया रास का आयोजन हुआ। रंग-बिरंगी वेशभूषा में सजे महिलाएं, बच्चे और परिवारजन जब गरबा और डांडिया के ताल पर थिरकते, तो पूरा वातावरण उत्साह और ऊर्जा से भर जाता। यह न केवल मनोरंजन का साधन बना, बल्कि परिवार और समाज को जोड़ने का माध्यम भी सिद्ध हुआ।

इस दौरान ग्रुप डांडिया और कपल डांडिया प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। विजेताओं को मंच पर सम्मानित किया गया।

समापन अवसर पर डॉ. बेनु राव ने कहा कि इस मेले का उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना है। इस आयोजन के माध्यम से हमने समाज में सांस्कृतिक एकता और भारतीय परंपराओं के महत्व को भी रेखांकित किया है।

इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में अरुण गोयल, विवेक वर्मा, नरेंद्र डाबला, चारु डूडीजा, डॉ. साधना, शीनू वालिया, करुणा शर्मा, रचना शर्मा, शिवानी शर्मा, शैली, माधवी, शिल्पा डोगरा, वंदना, रेनू सरवन, किरण गोयल, चंचल, रेनू चावला और निशा का विशेष योगदान रहा।