चण्डीगढ़, 15.06.25- : नगर प्रशासन द्वारा धार्मिक संस्थाओं को डिमोलिश करने के लिए नोटिस भेजे जाने के मुद्दे पर पूर्व मेयर अरुण सूद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें हिंदू महापर्व सभा के अध्यक्ष बीपी अरोड़ा व केंद्रीय गुरुद्वारा सभा के प्रधान सरदार तारा सिंह शामिल थे, ने चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया से भेंट की। अरुण सूद ने कहा कि ये नोटिस पूरी तरह से अनुचित और गलत क्योंकि न्यायालय के आदेशों के अनुसार वर्ष 2009 से पहले स्थापित सभी धार्मिक संस्थाओं और स्थलों को संरक्षण दिया जाना है। बिना उचित पड़ताल और न्यायालय के आदेशों की अनदेखी करते हुए नोटिस जारी करना गैरकानूनी है।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से निवेदन किया कि इस मामले में न्यायालय के आदेशों का पूर्ण सम्मान करते हुए तत्काल प्रभाव से सभी डिमोलिश नोटिसों पर कार्रवाई स्थगित की जाए। साथ ही, धार्मिक संस्थाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। गुलाबचंद कटारिया ने प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यानपूर्वक सुनी और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को निर्देश देने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से अपेक्षा जताई कि धार्मिक स्थलों के संरक्षण के लिए न्यायालय के आदेशों का सख्ती से पालन किया जाएगा और धार्मिक समुदायों के विश्वास को बनाए रखा जाएगा।