हमीरपुर 21 मई। आपदा के संभावित खतरों और इन खतरों से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों के संबंध में विभिन्न विभागों एवं सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा यहां हमीर भवन में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला बुधवार को संपन्न हो गई। इस कार्यशाला में आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और संस्थानों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के दौरान आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ नरेंद्र सिंह कछोटिया ने प्रतिभागी अधिकारियों-कर्मचारियों को आपदा के संभावित खतरों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने इन संभावित खतरों से सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से निपटने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया। कार्यशाला के अंतिम दिन प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी गई।
समापन अवसर पर मुख्य वक्ता और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए डीडीएमए की प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक समीक्षा शर्मा और जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के प्रभारी भानु शर्मा ने कहा कि हमारे आसपास कई ऐसे संभावित खतरे होते हैं जोकि आपदा का रूप धारण कर सकते हैं और बड़े पैमाने पर जान-माल का नुक्सान कर सकते हैं। अगर हम इन संभावित खतरों के बारे में पहले से ही जागरुक हों और आपदा प्रबंधन के प्रति सजग रहें तो किसी भी तरह की आपदा आने पर जान-माल के नुक्सान को काफी हद तक कम किया जा सकता है और बचाव एवं राहत कार्यों को भी प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों-कर्मचारियों, पंचायत जनप्रतिनिधियों, वॉलंटियरों और आम लोगों को आपदा प्रबंधन के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए डीडीएमए की ओर से समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। भविष्य में भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।