भारी बारिश से ऊना जिले में अब तक 340 करोड़ का नुकसान, प्रशसान ने प्रभावित परिवारों को सुनिश्चित की है हर संभव मदद
ऊना, 17 सितंबर. ऊना जिले में इस मानसून सीजन के दौरान भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक लगभग 340 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि इसमें लोक निर्माण विभाग को 191 करोड़ तथा जलशक्ति विभाग एवं स्वां नई बाढ़ प्रबंधन परियोजना को लगभग 125 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। अन्य विभागों और निजी संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशों के अनुरूप सभी प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद सुनिश्चित की गई है और प्रशासन राहत एवं बहाली कार्यों में पूरी गंभीरता और तत्परता से जुटा हुआ है।
उन्होंने यह जानकारी बुधवार को शिमला से ऑनलाइन माध्यम से आयोजित मुख्यमंत्री की आपदा समीक्षा बैठक के उपरांत दी। बैठक में मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत दौरा कर जमीनी स्तर पर राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही, आपदा में बेघर हुए परिवारों को सरकार की ओर से मासिक किराया प्रदान करने की सुविधा से अधिक से अधिक लाभान्वित करने पर भी बल दिया।
बता दें, वर्तमान में हिमाचल सरकार द्वारा विशेष राहत पैकेज के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में 10 हजार रुपये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार रुपये मासिक किराया बेघर परिवारों को प्रदान किया जा रहा है। सरकार अधिक परिवारों को लाभान्वित करने के लिए किराया देने की शर्तों में ढील देने पर भी विचार कर रही है।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में अब तक 24 पक्के और 81 कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 381 पक्के और 543 कच्चे मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। इसके अतिरिक्त 35 दुकानें और 503 पशुशालाएं भी प्रभावित हुई हैं। अधिकांश मार्ग बहाल कर दिए गए हैं, जबकि बंगाणा क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन से बाधाएं बनी हुई हैं और वहां बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
इस दौरान उपायुक्त के साथ डीसी कार्यालय के एनआईसी कक्ष में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव भाटिया, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हर्ष पुरी, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता नरेश धीमान, जिला राजस्व अधिकारी अजय कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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ऊना जिले में 3 अक्तूबर से शुरू होगी धान खरीद प्रक्रिया
ऊना, 17 सितम्बर। ऊना जिला में धान खरीद प्रक्रिया 3 अक्तूबर से शुरू होगी जोकि 31 दिसम्बर तक जारी रहेगी। यह जानकारी उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने दी। उन्होंने बताया कि धान की खरीद सरकार द्वारा अधिकृत मंडियों, कृषि उपज विपणन समिति रामपुर, अनाज मंडी टकारला और टाहलीवाल में की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि किसान अपनी धान की फसल को आसानी से अपने घरद्वार पर बेच सकते हैं। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल www.hpappp.nic.in खोला जा चुका है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि जिन किसान ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया हैं, वे शीघ्र अपना पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें ताकि खरीद प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,389 रुपये (ग्रेड-ए) प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों को फसल का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में 48 घंटों के भीतर कर दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए जिला नियंत्रक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले कार्यालय ऊना, 01975-226016 और क्षेत्रीय प्रबंधक, हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम समिति हमीरपुर, 01972-223922 पर सम्पर्क किया जा सकता है।-
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दशहरा उत्सव को लेकर तहसीलदार ऊना ने ली बैठक
ऊना, 17 सितंबर। दशहरा पर्व को सफल बनाने के लिए जिला के विभिन्न विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाने के दृष्टिगत आज(बुधवार) को तहसीलदार ऊना विपन कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विपन कुमार ने बताया कि दशहरा पर्व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला(बाल) ऊना के मैदान में आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने और ट्रैफिक को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गाड़ियों को सड़क के किनारे न खड़ा होने दें। इसके अतिरिक्त आईपीएच अधिकारियों को पीने के पानी की व्यवस्था करने तथा नगर परिषद के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था देखने को कहा। बैठक में उन्होंने अग्रिशमन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने सभी उपकरणों को चुस्त-दुरूस्त रखें और किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें।
तहसीलदार ने बताया कि स्कूल के मैदान तक आने वाली सड़क पर कोई भी दुकानदार अतिक्रमण न करें ताकि लोगों को आने-जाने सुविधा रहे। इसके साथ ही उन्होंने दुकानदरों को स्वच्छता के मद्देनज़र दुकान के बाहर डस्टबिन स्थापित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में रामलीला कमेटी ऊना के प्रधान अभिनाष कपिला, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष प्रिंस राजपूत, विभिन्न विभागों के अधिकारी और रामलीला कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।
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भदसाली रोड़ पर वाहनों की आवाजाहीआगामी आदेशों तक रहेगी बंद
ऊना, 17 सितंबर। भदसाली से पंजाब और हिमाचल सीमा की ओर एनएच 503ए पर किमी 3/0 सड़क पर भारी वाहनों ( डबल या मल्टीएक्सल वाले वाहनों) के लिए जोखिमपूर्ण है। इसलिए आम जनता की सुरक्षा के लिए अगले आदेशों तक रोड़ को पूरी तरह से बंद किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि यह आदेश मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 115 व 116 के तहत जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे एनएच 503-ए पर स्थित भदसाली रोड़ 2 सितंबर को हुई भारी बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके चलते रोड़ पर वाहनों की आवाजाही को बंद किया गया था। उन्होंने बताया कि यातायात को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए टै्रफिक को जैजों मोड से सम्पर्क मार्ग से होते हुए भदसाली तक डायवर्ट किया गया था।
उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सड़क बंद करने को लेकर जनता को सूचित करने और मार्ग परिवर्तन की जानकारी देने के लिए अग्रिम बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं।