मोहाली, 01.07.25 : फेस 7, मोहाली मे कश्यप परिवार के सौजन्य हो रही श्रीमद्भागवत कथा में आज कथा व्यास परम पूज्य श्री गौरदास जी महाराज (श्री धाम वृंदावन) ने शुकदेव जी को तोते के रूप में कथा सुनने का प्रसंग सुनाया जिसमें माता पार्वती जी को अमरकथा सुनाते समय शुक (तोता) ने हुंकारी भरी। जब भगवान शिव को यह बात पता चली, तो वे क्रोधित हो गए और शुक को मारने के लिए दौड़े।

शुक भागकर व्यासजी के आश्रम में गए और उनकी पत्नी के मुख में घुस गए। बाद में, शुकदेव जी, व्यासजी के पुत्र के रूप में प्रकट हुए। उन्होंने ही राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा सुनाई यह कथा भागवत पुराण में भी वर्णित है, और शुकदेव जी को भागवत कथा के मुख्य वक्ता के रूप में जाना जाता है। कथा व्यास ने धन धन भाग हमारे, आज शुकदेव जी पधारे, राजा परीक्षित को कथा सुनाई भजन भी सुनाया। उन्होंने बताया कि कथा श्रवण करने से दुख और पाप मिट जाते है। सभी प्रकार के सुख एवं शांति की प्राप्ति होती है। भागवत कलयुग का अमृत है और सभी दुखों की एक ही औषधि भागवत कथा है। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं से कहा कि जब मौका मिले तब कथा सुनो।