जीरकपुर, 5 मई -निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के आर्शीवाद से स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन में 15 वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 169 श्रद्वालुओं ने रक्तदान कर इस महायज्ञ में हिस्सा लिया।
इस शिविर का शुभारंभ चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी ने अपने कर कमलों द्वारा किया । इस अवसर पर जीरकपुर के मुखी महात्मा, ब्रांच के अन्य गण्यमान्य सेवादार एवं चंडीगढ़ के क्षेत्रीय संचालक श्री करनैल सिंह भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी ने कहा कि निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी की यही शिक्षा है कि मानवता के कल्याणार्थ जो भी सेवा करें, वे समर्पित व निष्काम भाव से ही की जानी चाहिए। रक्तदान जैसी सेवा जब निरीच्छित व निष्काम भावों से युक्त होकर की जाती है तो ऐसी सेवा मानवता के लिए वरदान साबित होती है।

सेवा के द्वारा ही सुकून मिलता है, इसी का स्वरूप रक्तदान शिविरों में मिलता है। सतगुरू माता जी के प्रति असीम प्यार ही है कि इतनी गर्मी के बावजूद भी अनेकों श्रद्वालु, महिलाएं एवं सेवादल के सदस्यों का उत्साह देखते ही बनता था।

इस अवसर पर स्थानीय मुखी मास्टर सुरेन्द्र कुमार जी ने चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी, क्षेत्रीय संचालक करनैल सिंह,सभी रक्तदाताओं व गर्वनमैंट मेडिकल काॅलेज सैक्टर-32 की डाॅ अर्पिता परमार के नेतृत्च में आई टीम का अभिवादन व धन्यावाद किया। उन्होंने कहा कि सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के आर्शीवाद से बाबा हरदेव सिंह जी के कथन ’’मानव रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहना चाहिए’’ को सभी श्रद्वालु रक्तदान कर चरितार्थ कर रहे हैं।।