चंडीगढ़ 02, मई- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय द्वारा बुधवार सायंकाल हरियाणा राजभवन में भारत के यशस्वी एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मनोभावना व उनके द्वारा लिए गए संकल्प के अनुरूप एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत गुजरात स्थापना दिवस और महाराष्ट्र स्थापना दिवस गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया।
राज्यपाल हरियाणा ने गुजरात प्रदेश एवं महाराष्ट्र प्रदेश के प्रतिनिधियों से बेहद ही आत्मीयता व सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत करते हुए दोनों राज्यों की महान संस्कृति, परंपराओं, भाषा, शिक्षा, संगीत, पर्यटन, व्यंजन, खेल और स्थानीय प्रथाओं को साझा किया। गुजरात प्रदेश के प्रतिनिधियों ने गुजरात के ऐतिहासिक महत्व के बारे में राज्यपाल को विस्तार से जानकारी प्रदान की। वहीं, महाराष्ट्र प्रदेश के प्रतिनिधियों ने भी महाराष्ट्र प्रदेश के रीति-रिवाजों, संस्कृति एवं सभ्यता से राज्यपाल को रु-ब-रु करवाया।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम विभिन्न प्रदेशों के रीती रिवाजों और प्रदेशों की महान संस्कृति एवं सभ्यता, लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव को मजबूत करने और युवाओं में सद्भाव पैदा करने तथा देश को राष्ट्रीय एकता के सूत्र में पिरोए रखने का महान कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में गुजरात एवं महाराष्ट्र के युवाओं ने प्रभावशाली योगदान दिया है। देश के विभिन्न भागों में वे अपनी प्रबंधन क्षमताओं और कुशलताओं से समावेशी विकास को एक नई दिशा प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने प्रतिनिधियों के साथ हरियाणा प्रदेश के चहुमुखी विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ हरियाणा प्रदेश की समृद्ध संस्कृति एवं सभ्यता के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि किसी भी देश-प्रदेश की समृद्ध संस्कृति, सभ्यता, शिक्षा एवं मातृभाषा उसकी पहचान होती है। इसलिए सभी युवाओं और प्रदेशवासियों को चाहिए कि वे इस महान संस्कृति एवं सभ्यता को संजोये रखने के लिए सदैव प्रयासरत रहे।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी, एडीसी श्री कृष्ण मोहन, संयुक्त सचिव श्री अमरजीत आईटी सलाहकार श्री भानु जी सीडीएच जगन नाथ बैंस तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।