BILASPUR, 23.04.24-उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर के प्रत्येक जनपद में परंपरा के अनुरूप मेलो व अन्य त्योहारों का अपना अलग ही रूप होता है जो प्रत्यक्ष एवम परोक्ष रूप से लोक संस्कृति ,देव परंपरा और लोक धारणाओं को परिपूर्ण करता है।

अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डा निधि पटेल ने आज झंडुता के पारंपरिक बैसाखी नलवाड़ मेले का शुभारंभ कर अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किया।उन्होंने झंडुता स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के उपरांत शोभा यात्रा में भाग लिया तथा पारंपरिक बैल पूजन कर मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इन मेलों में स्थानीय लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले और मेले की गरिमा को बनाए रखने के लिए अपना सतत सहयोग प्रदान करें। मेले को और आकर्षक बनाने के लिए मेला समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है । कहा कि कुश्ती मेलों का प्रमुख आकर्षण का केंद्र होती हैं जिसका लोग भरपूर आनंद उठाते हैं । उन्होंने मेले के दौरान वहां आयोजित विभिन्न प्रदर्शनियों का भी उद्घाटन एवं अवलोकन किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी अवलोकन किया तथा कलाकारों को लोक संस्कृति को संजोए रखना और उसके संवर्धन के लिए किया जा रहे हैं प्रयासों के प्रति कलाकारों व महिला मंडलों की सराहना भी की।

उपमंडल अधिकारी झंडुता योगराज धीमान ने मेले की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त का पधारने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने लोगों से अपील की की तीन दिन तक चलने वाले मेले में अधिक से अधिक लोग शामिल होता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ कुश्ती वह अन्य आयोजनों का भी भरपूर आनंद उठाएं। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए कार्य कर रहे सभी समितियों के पदाधिकारी व सदस्यों का भी मेले की सफलता के लिए आभार व्यक्त किया।