एग्जिट पोल के प्रकाशन एवं प्रसारण पर एक जून तक प्रतिबंध: अमरजीत सिंह
मतदान समाप्ति के समय तक की 48 घंटे की अवधि के दौरान ओपिनियन पोल के प्रसारण पर भी पाबंदी

हमीरपुर 18 अप्रैल। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा आम चुनाव-2024, विभिन्न प्रदेशों के विधानसभा आम चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने बताया कि लोकसभा आम चुनाव-2024 में पहले चरण का मतदान शुक्रवार 19 अप्रैल को होगा, जबकि अंतिम चरण का मतदान शनिवार एक जून को होगा। इसलिए, भारत निर्वाचन आयोग ने 19 अप्रैल सुबह 7 बजे से एक जून शाम साढे 6 बजे तक की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन करने तथा प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इसके परिणाम के प्रकाशन या प्रसारण अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसका प्रचार-प्रसार करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है।
अमरजीत सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 126ए की उपधारा (1) के तहत यह आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 126ए की उपधारा (1बी) के तहत भी आयोग द्वारा जारी एक अन्य आदेश के अनुसार मतदान की समाप्ति के लिए निर्धारित समय पर समाप्त होने वाली 48 घंटे की अवधि के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी तरह के ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रसारण पर भी प्रतिबंध रहेगा।
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विद्यार्थियों ने ली विरासत को सरंक्षण करने की प्रतिज्ञा
पी एम श्री केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में विश्व विरासत दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। सभी
विद्यार्थियों ने उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। सर्वप्रथम विद्यालयसभी विद्यार्थी और
शिक्षकों ने विरासत का सरंक्षण करने की प्रतिज्ञा ली। छात्रा सानिया शर्मा ने भारतीय विरासत के
बारे में विस्तार से व्याख्यान दिया। आठवीं कक्षा के छात्र प्रियांश डोगरा ने विरासत को संरक्षित करने
और विरासत का महत्व को बताते हुए कविता प्रस्तुत की। साथ ही विरासत दिवस पर चित्रकला
प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
प्राचार्य श्री सुनील चौहान ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि विरासत किसी भी संस्कृति
का आधार स्तंभ होती है और हम सभी को मिलकर इसका सरंक्षण करना अत्यावश्यक है जिससे
हमारी संस्कृति भी अधिक प्रबल बनेगी।