अमृत सरोवर योजना के तहत ग्राम पंचायतों में होगा तालाबों का सौंदर्यीकरण: उपायुक्त
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने की विकास कार्यों समीक्षा बैठक
धर्मशाला, 15 अक्तूबर: उपायुक्त कांगड़ा हेम राज बैरवा ने आज उपायुक्त कार्यालय के बैठक कक्ष में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, जिला योजना कार्यालय तथा जिला पंचायत कार्यालय के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण भानु प्रताप सिंह, जिला पंचायत अधिकारी आलोक धवन सहित जिला के सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाएं ताकि विकास के लाभ आमजन तक समय पर पहुंच सकें। उपायुक्त ने विशेष रूप से अमृत सरोवर योजना के तहत ग्राम पंचायतों में तालाबों के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि तालाबों की सफाई कर उसके आसपास फुटपाथ, कैचमेंट एरिया में वृक्षारोपण, तालाब के आसपास घास लगाना और सौंदर्यीकरण के कार्य किए जाएं ताकि ये स्थल ग्राम वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकें।
उन्होंने मिशन धन्वंतरि के तहत जिला में स्वास्थ्य संबंधी पहल को और प्रभावी बनाने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही उपायुक्त ने स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक खंड में तीन लोन दिवस आयोजित करने के निर्देश जारी किए, जिससे ग्रामीण महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ सकें। उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बनाई जा रही लाईब्रेरी के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए जिससे की युवाओं को अपने क्षेत्र में लाईब्रेरी की सुविधा उपलब्ध हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि जिला के प्रमुख स्थलों पर इंटीग्रेटेड काॅम्प्लेक्स विकसित किए जाएंगे। इसके लिए उपयुक्त स्थलों का चयन किया जा रहा है, जहाँ स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए दुकानें, शौचालय, सावेनियर शाॅप तथा आराम स्थल जैसी सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की योजनाएं न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार देंगी बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने काॅमन सर्विस सेंटर, 15वें वित्त आयोग, पोषण अभियान, टीबी मुक्त भारत अभियान, योजना एवं राहत, मिशन धन्वंतरि, पुस्तकालय निर्माण, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, हिम एरा शाॅप्स, लोन दिवस, स्वच्छ भारत मिशन जैसी विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक के अंत में उपायुक्त ने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे योजनाओं की नियमित समीक्षा करें और विकास कार्यों की ग्राउंड रिपोर्ट सुनिश्चित करें ताकि जिला कांगड़ा विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी रहे।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्थलों पर लाईब्रेरी भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है, वहां स्थानीय विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी लाईब्रेरी की ओर आकर्षित हों और उनका नियमित उपयोग करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विकास कार्यों से संबंधित समस्त डाटा समय पर उपलब्ध करवाया जाए, जिससे विकास परियोजनाओं की प्रभावी माॅनिटरिंग और मूल्यांकन सुनिश्चित किया जा सके।
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जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सीयू में आरंभ
धर्मशाला, 15 अक्टूबर: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा तथा सेंट्रल यूनिवर्सिटी कांगड़ा के संयुक्त तत्वावधान में आज से जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम धर्मशाला में आरंभ हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सेंट्रल यूनिवर्सिटी कांगड़ा के कुलपति प्रोफेसर एस. पी. बंसल ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कुलपति प्रोफेसर एस. पी. बंसल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन आज केवल पर्यावरणीय विषय नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और मानवीय चुनौती बन चुका है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम नीति निर्धारण से लेकर स्थानीय प्रशासन तक सभी स्तरों पर क्षमता निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। कुलपति ने कहा कि शोध, अध्ययन और प्रशिक्षण के माध्यम से समाज में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए तथा भविष्य की आपदाओं के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तैयारी की जाए।
इस प्रशिक्षण में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कांगड़ा के कई विशेषज्ञ एवं संसाधन व्यक्ति भी भाग ले रहे हैं, जो प्रतिभागियों को जलवायु परिवर्तन, आपदा जोखिम न्यूनीकरण, सतत विकास तथा अनुकूलन उपायों पर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा की ओर से कुलदीप सिंह, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण अधिकारी इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, उसके कारण उत्पन्न होने वाले आपदाजनक जोखिमों तथा उनके शमन और अनुकूलन के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों को जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतियों का प्रभावी रूप से सामना करने और जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारी को सुदृढ़ बनाने में मदद करेगा।
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डाक विभाग द्वारा नारी कैंसर सुरक्षा पर 15 से 18 अक्तूबर तक विशेष अभियान
धर्मशाला, 15 अक्तूबर: नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु भारतीय डाक विभाग 15 से 18 अक्टूबर 2025 तक नारी सुरक्षा कैंसर कवर का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। रविन्द्र कुमार शर्मा, अधीक्षक डाकघर धर्मशाला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के अंतर्गत केवल महिला ग्राहकों के लिए रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कोरपोरेट लिमिटेड द्वारा संचालित नारी सुरक्षा कैंसर कवर योजना का प्रचार किया जा रहा है। यह एक सरल और किफायती फिक्स्ड बेनिफिट स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसके अंतर्गत आईआरडीएआई द्वारा परिभाषित कैंसर के बीमा के लिये 18 से 45 वर्ष की महिलाओं के लिए मात्र 449 रुपये वार्षिक प्रीमियम तथा 46 से 50 वर्ष की महिलाओं के लिए 670 रुपये वार्षिक प्रीमियम पर एक लाख रुपये का बीमा कवर उपलब्ध है। उन्होने बताया कि यह योजना केवल महिलाओं के लिए है तथा इस योजना में असीमित टेली-कंसल्टेशन, वार्षिक स्वास्थ्य जोेखिम आँकलन, पीसीओडी/पीसीओएस ई-कंसल्टेशन, हेल्थ कोच और आॅनलाइन फिटनेस सेशन्स जैसी सुविधाएँ भी शामिल हैं। इसके साथ साथ इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य, विशेष रूप से ग्रामीण एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को इस योजना से जोड़कर उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षा कवच प्रदान करना है। उन्होंने सभी पात्र महिलाओं से आग्रह किया है कि वह नजदीकी डाकघर से इस सेवा का लाभ उठायें।