पंचकूला, 5 नवंबर- हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज गाँव चंडी कोटला स्थित कैलाश इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि उन्हें संस्थान के सम्मान समारोह का हिस्सा बनने पर बहुत प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये कैलाश इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साईंसस, नर्सिंग कॉलेज को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि वे सब एक ऐसी शिक्षा ग्रहण कर रहे है जिसका उद्देश्य मानव सेवा है। उन्होंने कहा कि विश्व की पहली नर्स फलोरेंस नाइटेंगेल ने इस जनमानस की सेवा को एक पेशे के रूप मे मान्यता दिलाई थी। उन्होने एक ब्रिटिश सभ्रांत परिवार मे जन्म लेकर सेवा का मार्ग चुना था। इसी कारण से उनके जन्म दिवस को नर्सिंग दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि वे आज इस सम्मान समारोह मे उन्हें याद करते हुए नमन करते है और आप सभी से अपील करते है कि आप भी जनसेवा के भाव से संस्थान मे शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि आज नर्सिंग ऐसा क्षेत्र है कि जिसको विश्व मे सभी जगह आदर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आप सभी भाग्यशाली है जो ऐसी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह संस्थान आपको दुनिया में समाज की बेहतरी के लिए काम करने के लिए तैयार कर रहा है। आप अपने संस्थान के ब्रांड एंबेसडर हैं।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा को नई टैक्नोलोजी से जोड़कर विश्व स्तरीय बनाने का दौर है। इसी उद्देश्य से संस्थान द्वारा वैंकुअर (कनाडा) के संस्थान के साथ एम.ओ.यू साईन किया गया है। इससे बच्चों को नई तकनीक के साथ गुणवत्तापूर्वक विश्व स्तरीय शिक्षा व प्रशिक्षण प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि आप इस संस्थान से न केवल बहुत अच्छे पैरा-मेडिकल स्टाफ के रूप में बल्कि मानवता की सेवा करने के इरादे से अच्छे इंसान बनने के रूप में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दूसरों के दुख-दर्द को आप समझ सकते हैं। हमारे देश में गरीब लोंगों को हर तरह की मदद की जरूरत है।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा बहुत ही कम समय में भारत का एक बड़ा शिक्षा का केंद्र बना है। परिणामस्वरूप अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से चार दर्जन विश्वविद्यालय और अन्य संस्थान स्थापित किए हैं। उन्हें खुशी है कि प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा को आगामी 2025 तक पूर्ण रूप से लागू करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए वे मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सहित पूरे प्रदेश की जनता को बधाई देते है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में तो प्रदेश सरकार ने एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। राज्य में अब तक कुल 1150 से भी अधिक आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र संचालित किए हैं। इसके साथ-साथ पिछले आठ वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या आठ से बढ़कर 12 की गई है और मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या 2014 में 850 से बढ़कर 1735 हो गई है।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के राष्ट्रीय मानकों को प्राप्त करने के लिए जिला अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए इस वर्ष प्रदेश मे तेरह हजार एक सौ बान्नवे (13192) करोड़ रूपए का बजट में प्रावधान किया गया है। संस्थान मे विभिन्न पाठ्यक्रमों मे 450 से भी अधिक छात्र-छात्रांए शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसमे लड़कियों की संख्या लगभग 400 है। हालांकि पहले नर्सिंग का कार्य महिलाओं कि लिए माना जाता था लेकिन खुशी की बात यह है कि अब पुरूषों को भी नर्सिंग सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार से महिला व पुरूषों की भागीदारी से इस सेवा के क्षेत्र का और विस्तार होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने जीएनएम, बीएससी पोस्ट बेसिक नर्सिंग की छात्राओ निधि, डॉली, भावना, काजल को सम्मानित किया।
इस अवसर पर अम्बाला सांसद श्री रत्नलाल कटारिया, डी सी महावीर कौशिक, पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र पाल सिंह, कालका की पूर्व विधायक श्रीमती लतिका शर्मा, श्री वरिन्द्र बाहू, श्री सीतिया नामा, श्री पैट्रिक डैंग, श्री यत्न आनंद, श्री फरेंकोईस डयूटिल, कैलाश इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साईंस के चेयरमैन श्री जसप्रीत सिंह, श्री श्यामलाल बंसल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।