बालीवुड नाइट व मिस एंड मिसेज प्रतियोगिता रहेंगी कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 के चौथे दिन का मुख्य आकर्षण
आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा होंगे मुख्य अतिथि
धर्मशाला, 26 दिसम्बर: उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने आज यहां बताया कि कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 निरंतर सांस्कृतिक, सामाजिक एवं मनोरंजन गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर रहा है। कार्निवाल के चौथे दिन शनिवार, 27 दिसम्बर को सायं 5ः00 बजे से भव्य द्वितीय बालीवुड नाइट का आयोजन किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। बालीवुड नाइट के दौरान संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का रंगारंग संगम देखने को मिलेगा, जिससे दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ हिमाचली लोक-संस्कृति से भी रूबरू होने का अवसर प्राप्त होगा।
उपायुक्त ने बताया कि इस दिन यंग शेफ प्रतियोगिता, दिव्यांग बच्चों की प्रतियोगिता तथा यूथ स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का आयोजन कर युवाओं और बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मंच पर कुमार साहिल, निधि रस्तोगी, तानूरा डांस, नितीश राजपूत और दिव्या श्रीवास्तव अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां देंगे। वहीं, सिरमौर नाटी एवं मंडी नाटी जैसी पारंपरिक लोकनृत्य प्रस्तुतियां दर्शकों को हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ेंगी।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह भी बताया कि कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 के अंतर्गत मिस एंड मिसेज कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं में आत्मविश्वास, प्रतिभा और व्यक्तित्व विकास को प्रोत्साहन देना है। 27 दिसम्बर को सुबह 9ः30 बजे जिला परिषद हाल, कचहरी धर्मशाला में प्रतियोगिता का पंजीकरण एवं ऑडिशन होगा।
=======================================
साहित्य, समाज की आत्मा है, जो विचारों को देता है दिशा: हेमराज बैरवा
कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 के तहत आयोजिज हुआ शब्दों, संवेदनाओं और सामाजिक चेतना का उत्सव
धर्मशाला, 26 दिसम्बर: कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 के अंतर्गत आयोजित कांगड़ा वैली कार्निवाल लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन आज आॅडिटोरियम, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धर्मशाला में किया गया। इस अवसर पर साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे। साहित्य उत्सव का यह आयोजन साहित्य, रंगमंच, संगीत और बौद्धिक संवाद का एक जीवंत संगम बनकर उभरा।
इस अवसर पर उपायुक्त हेमराज बैरवा ने अपने संबोधन में स्थानीय कला, संस्कृति और साहित्य के संरक्षण में ऐसे आयोजनों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि साहित्य उत्सव समाज को आत्मचिंतन और संवाद का मंच प्रदान करते हैं। सीमित समय में उत्कृष्ट आयोजन के लिए उन्होंने आयोजकों को बधाई दी तथा विश्वास व्यक्त किया कि यह साहित्य उत्सव भविष्य में और भी नई ऊँचाइयों को छुएगा।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि साहित्य, समाज की आत्मा होता है, जो विचारों को दिशा देने के साथ-साथ संवेदनाओं को भी सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवाल लिटरेचर फेस्टिवल जैसे आयोजन साहित्य, संस्कृति और रचनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने का सशक्त माध्यम हैं। ऐसे मंच नवोदित लेखकों, कवियों और कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करते हैं तथा समाज में सकारात्मक संवाद को प्रोत्साहित करते हैं।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है और इस प्रकार के आयोजनों से जिले की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत होती है। उपायुक्त ने युवाओं से आहवान किया कि वे साहित्य और संस्कृति से जुड़कर अपनी रचनात्मक सोच को विकसित करें।
मुख्य वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एवं कांगड़ा के प्रख्यात विद्वान के.सी. शर्मा ने साहित्य: समाज की अंतरात्मा विषय पर विचारोत्तेजक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने साहित्य को सामाजिक चेतना, नैतिक मूल्यों और मानवीय संवेदनाओं का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि किसी भी समाज की आत्मा उसके साहित्य में प्रतिबिंबित होती है।
इसके उपरांत वेब नामक सामाजिक नाटक का मंचन किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश में बढ़ते चिट्टा संकट को एक संवेदनशील पारिवारिक कथा के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। केदार ठाकुर द्वारा रचित एवं निर्देशित इस नाटक ने आंतरिक द्वंद्व, सामाजिक बहिष्कार, नैतिक समझौतों और युवाओं के टूटते सपनों को सजीवता से उकेरते हुए यह सिद्ध किया कि रंगमंच सामाजिक जागरूकता और सुधार का सशक्त माध्यम है।
साहित्य उत्सव में आत्मा रंजन, सत्य नारायण स्नेही, गौतम व्यथित, कुलदीप गर्ग तरुण, कर्नल विवेक, रेखा डडवाल, विकास राणा तथा रजनीश्वर चैहान जैसे प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने कविता, गजल और लघुकथा पाठ के माध्यम से कार्यक्रम को साहित्यिक ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
कार्यक्रम के अंत में एसडीएम देहरा कुलवंत सिंह ने एआई के युग में पठन, चिंतन और प्रतिरोध विषय पर आयोजित पैनल चर्चा का कुशल संचालन किया। इस विचारोत्तेजक संवाद ने आधुनिक तकनीक के बीच साहित्य और मानवीय विवेक की भूमिका पर गहन विमर्श प्रस्तुत करते हुए इस आयोजन को एक ऐतिहासिक सफलता प्रदान की।
=======================================
नुक्कड़ नाटकों से फैलाई जा रही है चिट्टा विरोधी जन-जागरूकता : उपायुक्त
कार्निवाल के अंतर्गत शहर में आयोजित हो रहे हैं कार्यक्रम
धर्मशाला, 26 दिसम्बर : उपायुक्त हेम राज बैरवा ने आज यहां जानकारी देतेहुए कहा कि कांगड़ा कार्निवाल के अंतर्गत शहर के विभिन्न स्थानों पर चिट्टा एवं अन्य मादक पदार्थों के विरुद्ध जन-जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से निरंतर गतिविधियांआयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में फव्वारा चौक, गांधी चौक, कचहरी अड्डा तथा शीला चौक पर प्रतिदिन सांस्कृतिक दलों के माध्यम से प्रभावी नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आमजन, विशेषकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि जिला से चिट्टा सहित सभी प्रकार के मादक पदार्थों को जड़से समाप्त करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस तथा समाज के सभी वर्गों के समन्वित और निरंतर प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध लड़ाई केवल सरकार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि चिट्टे जैसी गंभीर समस्या पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के उद्देश्य से माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिमला, धर्मशाला, हमीरपुर एवं बिलासपुर में एंटी-चिट्टा रैलियों का आयोजन किया गया है, जिससे प्रदेश भर में व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता का संदेश गया है। उपायुक्त ने आगे जानकारी दी कि जिला में चिन्हित रेड जोन पंचायतों में नशा निवारण समितियों का गठन किया गया है, ताकि जमीनी स्तर पर ठोस और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। इन समितियों के माध्यम से निगरानी, परामर्श, पुनर्वास और जन-सहभागिता को मजबूत किया जा रहा है।