जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम व वीवीपैट भंडार कक्ष का त्रैमासिक निरीक्षण किया
मंडी, 19 दिसम्बर। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने आज भ्यूली स्थित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) व वीवीपैट भंडार कक्ष का त्रैमासिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भंडार कक्ष की सुरक्षा व्यवस्था, उपलब्ध सुविधाओं तथा सीसीटीवी निगरानी प्रणाली की विस्तार से जांच की गई।
उपायुक्त ने ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही सुरक्षा ड्यूटी की भी समीक्षा की। उन्होंने भंडार कक्ष में व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्धारित मानकों के अनुरूप निरंतर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के समय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संजय शर्मा, भारतीय जनता पार्टी से कर्ण वीर सिंह कौंडल सहित निर्वाचन तहसीलदार राजेश शर्मा तथा नायब तहसीलदार सुनील शर्मा मौजूद रहे।
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जिला परिषद मंडी की त्रैमासिक बैठक 22 दिसम्बर को

मंडी, 19 दिसम्बर। जिला परिषद मंडी की त्रैमासिक बैठक 22 दिसम्बर को प्रातः 11 बजे जिला परिषद कार्यालय के सम्मेलन कक्ष, भ्यूली मंडी में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा करेंगे। यह जानकारी सचिव जिला परिषद अंचित डोगरा ने दी। उन्होंने बताया कि बैठक में जिला परिषद के आय-व्यय के अनुमोदन सहित विभिन्न महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।
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अनक्लेम्ड धन वापसी को लेकर 22 दिसंबर को मंडी में जागरूकता शिविर

मंडी, 19 दिसम्बर। भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के तहत देशभर में चल रहे अनक्लेम्ड धन वापसी अभियान आपकी पूंजी, आपका अधिकार के अंतर्गत मंडी में 22 दिसम्बर को एक विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किया जाएगा। यह शिविर भारतीय स्टेट बैंक की शाखा गांधी चौक मंडी में प्रातः 11 बजे से आरंभ होगा।

अग्रणी जिला प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक मंडी चंद्र प्रकाश ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य जिले के उन खाताधारकों एवं लाभार्थियों को जागरूक करना है, जिनकी धनराशि लंबे समय से विभिन्न बैंकों अथवा बीमा कंपनियों में अवितरित पड़ी हुई है। शिविर में उपस्थित होकर लाभार्थी अपनी अवितरित जमा राशि अथवा बीमा राशि की वापसी से संबंधित आवश्यक जानकारी और प्रक्रिया को समझ सकेंगे।

उन्होंने बताया कि जागरूकता शिविर में विभिन्न बैंकों एवं बीमा कंपनियों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे, जो लाभार्थियों को उनकी जमा राशि प्राप्त करने के लिए अपनाई जाने वाली सरल, पारदर्शी और परेशानी-मुक्त दावा प्रक्रिया के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
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हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की ओर से रिवालसर में टैक्सी यूनियन के लिए जागरूकता शिविर आयोजित
ऋण योजनाओं, बीमा और वित्तीय साक्षरता पर दी गई विस्तृत जानकारी

मंडी, 19 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक (एचपीएससीबी) की शाखा रिवालसर द्वारा टैक्सी यूनियन कार्यालय, रिवालसर में नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य टैक्सी यूनियन से जुड़े सदस्यों को बैंक की विभिन्न ऋण योजनाओं, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तथा वित्तीय साक्षरता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करवाना रहा।


शिविर के दौरान बैंक अधिकारियों ने वाणिज्यिक वाहन ऋण योजना, सीजीटीएमएसई योजना के साथ-साथ प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और बीमा कवरेज के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही बचत की आदत, ऋण प्रबंधन, डिजिटल बैंकिंग, सुरक्षित लेन-देन तथा अन्य वित्तीय साक्षरता विषयों पर भी प्रकाश डाला गया।

अधिकारियों ने उपस्थित सदस्यों को बैंक की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। शिविर में टैक्सी यूनियन के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बैंक की इस जनहितकारी पहल की सराहना की। बैंक प्रबंधन ने भविष्य में भी नाबार्ड के सहयोग से इस प्रकार के जागरूकता एवं वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित करने की बात कही।

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तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 में मंडी जिला ने लक्ष्य से कहीं अधिक उपलब्धि हासिल की
1041 शिक्षण संस्थान और 58 गांव घोषित हुए तंबाकू मुक्त


मंडी, 19 दिसम्बर। स्कूली बच्चों और युवाओं में तंबाकू के सेवन की शुरुआत की सम्भावना अधिक रहती है और तंबाकू आगे चलकर नशाखोरी की पहली सीढ़ी का काम करता है। नशाखोरी को रोकने के उद्देश्य से तंबाकू के प्रयोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रदेश व्यापी अभियान के अंतर्गत मंडी जिला में 9 अक्तूबर से 8 दिसम्बर तक तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 चलाया गया।

अभियान के अंतर्गत जिले के कुल 2793 शिक्षण संस्थानों में से 1602 शिक्षण संस्थानों का समिति द्वारा मूल्यांकन किया गया, जिनमें से 1041 शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि अभियान की शुरुआत में मंडी जिला में लगभग 400 शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जबकि इसके मुकाबले कहीं अधिक शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया। अभियान के दौरान जिले भर में 1093 रैलियां आयोजित की गईं, जबकि 1315 वाद-विवाद, नारा लेखन, चित्रकला और क्विज प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों और युवाओं को तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। इस अवधि में बगस्याड चिकित्सा खंड में 43, बलद्वाड़ा में 32, जंजैहली में 101, करसोग में 180, कटौला में 37, कोटली में 112, लड़भड़ोल में 23, पधर में 140, रत्ती में 120, रोहांडा में 200 तथा संधोल में 53 शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया।

अभियान के अंतर्गत 58 गांवों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया। कुल 70 गांवों ने तंबाकू मुक्त बनने का प्रस्ताव दिया था, जिनमें से निर्धारित सभी मानक पूरे करने वाले 58 गांवों को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया। इसके अतिरिक्त 205 पंचायतों के 1295 गांवों में विलेज लेवल को-ऑर्डिनेशन कमेटियों का गठन किया गया तथा 360 गांवों में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की गईं। इस दौरान 112 युवाओं को तंबाकू विरोधी एम्बेसडर के रूप में भी नामित किया गया।

दो माह तक चले इस राष्ट्रीय अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को तंबाकू सेवन से रोकना, तंबाकू छोड़ने की इच्छा रखने वालों को सहयोग प्रदान करना तथा शिक्षण संस्थानों में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना रहा। इस अभियान में स्कूलों के प्रधानाचार्यों और अध्यापकों ने सक्रिय भूमिका निभाई। तंबाकू सेवन कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग और क्षय रोग का प्रमुख कारण है। भारत में तंबाकू से हर वर्ष लगभग 13.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है। बच्चों और युवाओं को इस अभियान से विशेष रूप से जोड़ा गया, ताकि उन्हें तंबाकू सेवन की शुरुआत से ही रोका जा सके, क्योंकि यही आगे चलकर अन्य नशों का कारण बनता है।

अभियान के दौरान 29 प्रवर्तन ड्राइव चलाई गईं। कोटपा अधिनियम 2003 के अंतर्गत 2649 चालान किए गए तथा 2,71,000 रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गए। इनमें खुली सिगरेट बेचने के 14 मामले तथा शिक्षण संस्थानों के 100 यार्ड के भीतर तंबाकू उत्पादों की बिक्री से संबंधित लगभग 10 मामले शामिल हैं।इस अवधि में शहरी निकायों में तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लिए लाइसेंस भी जारी किए गए। जोगिन्द्रनगर नगर निकाय में 60 आवेदनों में से 5, नेरचौक में 63 आवेदनों में से शून्य, सरकाघाट में 54 में से 30, सुन्दरनगर में 112 में से 70, करसोग में 48 में से 27, रिवालसर में 30 में से 3, मंडी नगर निगम में 207 में से 31 तथा बलद्वाड़ा नगर निकाय में 22 में से 22 लाइसेंस जारी किए गए। इसके अतिरिक्त 28 आवेदन अस्वीकृत भी किए गए।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी की प्रतिक्रिया
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अरिंदम रॉय ने बताया कि तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 के तहत स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज संस्थाओं तथा स्थानीय समुदाय के समन्वय से जिले में व्यापक स्तर पर जागरूकता और प्रवर्तन गतिविधियां संचालित की गईं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से बच्चों और युवाओं में तंबाकू के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हुआ है और भविष्य में भी तंबाकू नियंत्रण से जुड़े प्रयास निरंतर जारी रखे जाएंगे।

उपायुक्त का संदेश

उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि विभिन्न विभागों, शिक्षण संस्थानों, पंचायत प्रतिनिधियों और युवाओं की सामूहिक भागीदारी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि तंबाकू मुक्त समाज की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है और जिले में इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जाते रहेंगे।