सोलन -दिनांक 14.09.2025-भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि वित्तीय समावेशन की पूर्णता के लिए बैंकों और उपभोक्ताओं के मध्य सहयोग एवं समन्वय आवश्यक है। संजय मल्होत्रा आज सोलन में पंजाब नेशनल बैंक द्वारा आयोजित वित्तीय समावेशन संतृप्ति कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।

संजय मल्होत्रा ने कहा कि वित्तीय समावेशन एवं वित्तीय साक्षरता एक दूसरे के पूरक हैं और भारतीय रिज़र्व बैंक यह सुनिश्चित बना रहा है कि लोग वित्तीय रूप से साक्षर हों ताकि वित्तीय समावेशन का लक्ष्य पूर्ण हो सके और लोगों का धन सुरक्षित रहे।

भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि देश में बैंक अब अधिक से अधिक लोगों तक सुविधाएं एवं सेवाएं पहुंचाना सुनिश्चित बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक विभिन्न बैंकों के सहयोग से देश में वित्तीय समावेशन शिविर आयोजित कर रहा है। इन शिविरों में जहां वित्तीय योजनाओं की जानकारी दी जा रही है वहीं री-केवाईसी जैसे आवश्यक उत्तरदायित्व को पूर्ण करने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन के लिए आवश्यक है कि बैंक उपभोक्ता तक पहुंचें। वर्तमान में देश में लगभग 1.65 लाख वाणिज्यिक बैंकों के माध्यम से लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश में यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि 500 जनसंख्या वाली बस्ती के पांच किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध हो।

उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन की दिशा में पहला पग बैंक खाता है और आज देश में लगभग 250 करोड़ बैंक खाते खुल गए हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने धन और बैंक खातों को सुरक्षित रखने के लिए री-केवाईसी अवश्य करवाएं। उन्होंने आग्रह किया कि उपभोक्ता जन सुरक्षा योजनाओं में नामांकन करना सुनिश्चित बनाएं ताकि उन्हें बैंकिंग एवं बैंकों के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही बीमा योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सचेत रहकर ही सुरक्षित रहा जा सकता है और वित्तीय रूप से नागरिकों को सुरक्षित रखना वित्तीय समावेशन संतृप्ति कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
संजय मल्होत्रा ने कहा कि देश में लगभग 55 करोड़ जन धन खातों में से 11 करोड़ खातों का री-केवाईसी करवाई गई है। उन्होंने कहा कि अन्य जन धन खातों की री-केवाईसी का कार्य प्रगति पर है।

उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन की अन्य योजनाएं जैसे अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री दुर्घटना बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना व अन्य योजनाओं का लाभ लोगों को घर-द्वार पर पहुंचाना बैंकों का लक्ष्य है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए बैंकों द्वारा पूरे देश में इन योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए समय-समय पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि सभी उपभोक्ताओं को बैंकों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले शिविरों के बारे में जागरूक करें ताकि उपभोक्ता इससे लाभान्वित हो सकें।
संजय मल्होत्रा ने कहा कि बैंकों द्वारा री-केवाईसी और जन सुरक्षा योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रदेश में अभी तक 2361 शिविर आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला में लगभग 25 हजार बैंक उपभोक्ताओं का री-केवाईसी किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पूर्ण साक्षर राज्य सहित देश में बैंकों द्वारा उपभोक्ताओं को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस दिशा में बैंकों द्वारा समय-समय पर दी जा रही जानकारी को ध्यान में रखें और डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के लिए अपना ओ.टी.पी., पासवर्ड और एस.एम.एस. किसी को न बताएं। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी से बचाव के लिए उपभोक्ताओं को लुभावनी योजनाओं से बचने की आवश्यकता है।

भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर द्वारा इस अवसर पर सोलन ज़िला के प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी गंगा देवी, अनु देवी, नरेन्द्र सिंह तथा योगेश कुमार को दावा चैक प्रदान किए गए।
उन्होंने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया और महिला स्वयं सहायता समूहों की आशातीत सफलता पर प्रसन्नता जताई।

पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक अशोक चन्द्र ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं अटल पेंशन योजना सहित प्रमुख वित्तीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर विभिन्न बैंकों द्वारा उपस्थित उपभोक्ताओं के खातों का पुनः केवाईसी किया गया तथा विभिन्न बैंकों, स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रदर्शनियों के स्टाल भी लगाए गए।

कार्यक्रम में वित्तीय साक्षरता, डिजिटल बैंकिंग, साइबर सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं तथा वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत कोठों की प्रधान जयवंती ठाकुर, पंचायत राज संस्थाओं के अन्य प्रतिनिधि, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन, भारतीय रिज़र्व बैंक की मुख्य महाप्रबंधक निशा नांबियार, यूको बैंक के महाप्रबंधक अंबिका नंद झा, भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक शिव ओम दीक्षित, भारतीय रिज़र्व बैंक शिमला के क्षेत्रीय निदेशक अनुपम किशोर, विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।