चंडीगढ़, 26 जून, 2025- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर नशे के खतरे से लड़ने और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हरियाणा की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

राज्यपाल ने कहा कि मादक पदार्थों का दुरुपयोग केवल स्वास्थ्य संकट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक ताने-बाने, राष्ट्रीय प्रगति और युवा पीढ़ी के भविष्य के लिए गंभीर खतरा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार, नागरिक समाज, शैक्षणिक संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों और परिवारों को मिलकर एक समग्र और समन्वित दृष्टिकोण अपनाना होगा।

श्री दत्तात्रेय ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार के मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे कठोर अभियानों की सराहना की। पिछले एक वर्ष में, राज्य पुलिस और अन्य एजेंसियों ने कई प्रभावी अभियानों के माध्यम से मादक पदार्थों की बड़ी खेप जब्त की। “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत हरियाणा में चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों ने भी उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। ये कार्यक्रम स्कूलों, कॉलेजों, नुक्कड़ नाटकों, सामुदायिक कार्यशालाओं और पुनर्वास पहलों के माध्यम से लाखों लोगों, विशेषकर युवाओं तक पहुँचे हैं।

राज्यपाल ने नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए पुनर्वास और नशा मुक्ति सेवाओं के विस्तार पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें नशे की चपेट में आए लोगों को सहानुभूति और समर्थन के साथ मुख्यधारा में वापस लाने की आवश्यकता है। इसके लिए अधिक पुनर्वास केंद्र, परामर्श सेवाएँ और सामुदायिक सहायता कार्यक्रम स्थापित किए जाने चाहिए। उन्होंने गैर-सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने और नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में सरकार के साथ सक्रिय भागीदारी करें।

श्री दत्तात्रेय ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों, विशेषकर युवाओं, से अपील की कि वे नशे के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाएँ और स्वस्थ, सकारात्मक और उत्पादक जीवन शैली अपनाएँ। उन्होंने कहा, “हरियाणा का भविष्य हमारे युवाओं की शक्ति और संकल्प पर निर्भर करता है। आइए, हम सब मिलकर एक नशा मुक्त, स्वस्थ और समृद्ध हरियाणा का निर्माण करें।”