चण्डीगढ़, 18.11.25- : शहर के शीर्ष व्यापारी कल्याण संगठन चण्डीगढ़ व्यापार मंडल (सीबीएम) की पहली वार्षिक आम बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में व्यापारी नेताओं और सदस्यों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया, जिसने व्यापारी समुदाय की एकता और मजबूती को प्रदर्शित किया।कार्यक्रम में चण्डीगढ़ प्रशासन की व्यापारी-विरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा की गई। इस अवसर पर सीबीएम के नेतृत्व ने प्रशासन द्वारा व्यापारियों के लिए समर्थन और पहल की कमी पर गहरी निराशा और चिंता व्यक्त की तथा प्रशासन से व्यापारियों के हितों में काम करने की अपील की।
एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया गया कि सीबीएम जल्द ही अपना स्वयं का ‘व्यापार भवन’ स्थापित करेगा, जो व्यापारी कल्याण गतिविधियों का केंद्र और संगठन की शक्ति का प्रतीक होगा।
एजीएम में चंडीगढ़ के प्रमुख व्यापारी एवं मार्केट संघों से जुड़े नौ नए व्यापारी नेताओं को 376-सदस्यीय निकाय में शामिल किया गया। इससे संगठन की पहुंच और प्रभाव और अधिक बढ़ने की उम्मीद है।
सीबीएम के अध्यक्ष संजीव चड्ढा ने सभा को संबोधित करते हुए नगर निगम, टैक्सेशन विभाग, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ व्यापारियों के मुद्दों को लेकर हुई बैठकों का विवरण साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासक के साथ भी संपत्ति कर, वैट मामलों के एकमुश्त निपटान तथा इंफ्रास्ट्रक्चर विकास जैसे गंभीर मुद्दों पर पांच से अधिक बैठकें की हैं।
चड्ढा ने पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कोष में व्यापारियों द्वारा दिए गए अभूतपूर्व योगदान के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने सीबीएम द्वारा भेजे गए राहत सामग्री से भरे ट्रकों को हरी झंडी दिखाई।
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण चिरंजीव सिंह, चेयरमैन, सीबीएम का सम्मान रहा, जिन्हें भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड का सदस्य नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे सीबीएम का गौरव है।
सीबीएम के उपाध्यक्ष दिवाकर सहूंजा ने उपस्थित व्यापारियों से आग्रह किया कि सीबीएम के सभी जीवित संस्थापकों को आजीवन सदस्य घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया जाए, जिसे सभी ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। उन्होंने नौकरशाही, कानूनी तंत्र और राजनीतिक दलों में कुछ निहित स्वार्थों की आलोचना की, जो व्यापारियों के मूल मुद्दों, विशेषकर चंडीगढ़ की व्यावसायिक इमारतों से संबंधित बिल्डिंग बायलॉज का समाधान नहीं होने दे रहे, जबकि इन्हें व्यवहारिक जरूरतों के अनुसार बदलना अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम में अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों मोहित सूद (अध्यक्ष, ग्रेन मार्केट), रविकांत शर्मा (पूर्व मेयर), राधे लाल बजाज (वित्त सचिव, सीबीएम), सुभाष नरंग (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), गुरशरण बत्रा (पैट्रन) ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यवाही का संचालन सुनील गुप्ता, महासचिव, सीबीएम ने किया।