श्री नैना देवी जी विकास खंड की टोबा संगवाना पंचायत में जन जातीय गौरव दिवस पर आयोजित होंगी विभिन्न गतिविधियां: उपायुक्त
बिलासपुर, 04 नवम्बर: जिला बिलासपुर में जनजातीय गौरव दिवस 2025 के उपलक्ष्य में श्री नैना देवी जी विकास खंड की ग्राम पंचायत टोबा संगवाना में जन-जागरूकता से संबंधित विविध गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
इस बारे जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर 7 नवंबर को राजकीय प्राथमिक विद्यालय नीला में आधार सत्यापन, स्वास्थ्य शिविर, पोषण अभियान तथा अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। 10 नवंबर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टोबा में निबंध, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता के साथ-साथ स्वास्थ्य शिविर, आधार सत्यापन सहित अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 15 नवंबर को ग्राम पंचायत भवन टोबा में क्षय रोग जागरूकता सहित स्वास्थ्य शिविर, आधार कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, जनधन खाता कैंप, पोषण अभियान तथा स्वयं सहायता समूहों के प्रोत्साहन संबंधी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
उपायुक्त ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जन जातीय दिवस के अवसर पर आयोजित की जा रही इन गतिविधियों में स्थानीय लोगों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित बनाई जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इन गतिविधियों से लाभान्वित हो सकें।
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 दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए 7 नवम्बर को बैठेगा मेडिकल बोर्ड
क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में होगा आयोजन, सीएमओ की अध्यक्षता में मेडिकल बोर्ड गठित
बिलासपुर, 04 नवम्बर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. शशि दत्त शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सकीय विकलांगता बोर्ड की बैठक 7 नवम्बर (शुक्रवार) को आयोजित की जाएगी। यह बोर्ड क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर के नए ओपीडी कॉम्प्लेक्स के कक्ष संख्या 203 में प्रातः 10 बजे से कार्य प्रारंभ करेगा और अंतिम लाभार्थी की जांच पूर्ण होने तक जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि इस बोर्ड के माध्यम से पात्र दिव्यांग व्यक्तियों के चिकित्सकीय परीक्षण कर विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिससे उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
विकलांगता बोर्ड की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शशि दत्त शर्मा करेंगे। बोर्ड में डॉ. निशांत आचार्य (बाल रोग विशेषज्ञ), डॉ. भूपिंदर शर्मा (ईएनटी विशेषज्ञ), डॉ. प्रशांत शर्मा (जनरल सर्जन), डॉ. कुलदीप कुमार (हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ. निशांत वर्धन (नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. नरेश चैहान (मेडिसिन विशेषज्ञ), डॉ. आयुष शर्मा (मनोचिकित्सक) तथा श्रीमती ज्योत्स्ना गौतम (क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट) सदस्य के रूप में शामिल रहेंगे। 
सीएमओ ने बताया कि विकलांगता प्रमाण पत्र बोर्ड के कम से कम दो नामित सदस्यों द्वारा प्रमाणित एवं स्वीकृत किया जाना आवश्यक होगा। उन्होंने पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित तिथि को समय पर उपस्थित हों।
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बिलासपुर में महिलाओं के लिए तीन माह का सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
माकड़ी, कमलोटा, संगराना और कोठी बताला-ज्योरा पंचायतों की 15 महिलाएं ले रही प्रशिक्षण
बिलासपुर, 04 नवम्बर: खंड परियोजना प्रबंधक इकाई बिलासपुर डाॅ. पवन कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के अंतर्गत खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई बिलासपुर द्वारा आजीविका गतिविधियों के तहत ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से तीन माह का सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। यह प्रशिक्षण 3 नवम्बर से आरंभ हुआ है, जिसमें माकड़ी, कमलोटा, संगराना और कोठी बताला-ज्योरा पंचायतों की 15 महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का संचालन एक मास्टर ट्रेनर द्वारा किया जा रहा है, जो प्रतिभागी महिलाओं को सिलाई की आधुनिक तकनीक और व्यावहारिक कौशल सिखाएंगे। इस प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिभागी महिलाओं को विभाग द्वारा प्रत्येक माह प्रशिक्षण मानदेय भी प्रदान किया जाएगा, ताकि वह आर्थिक रूप से सशक्त महसूस कर सकें। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर सभी प्रतिभागियों को सिलाई से संबंधित टूलकिट भी दी जाएगी, जिससे वह प्रशिक्षण उपरांत स्वरोजगार की दिशा में कार्य कर सकें।
डाॅ. पवन कुमार ने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे वह अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ समाज में अपनी एक अलग पहचान भी बना सकेंगी।
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 टीईटी परीक्षा के दौरान छात्र स्कूल बिलासपुर के आसपास शांति बनाए रखने को आदेश जारी
एसडीएम सदर ने परीक्षा केंद्र के आसपास लगाए प्रतिबंध
बिलासपुर, 4 नवम्बर : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा टीईटी-2025 की परीक्षा का आयोजन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। इसी परीक्षा के अंतर्गत बिलासपुर सदर उपमंडल में 5, 8 और 9 नवम्बर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) बिलासपुर में आयोजित होंगी। परीक्षा के दौरान शांति और अनुशासन बनाए रखने के उद्देश्य से एसडीएम सदर डॉ. राजदीप सिंह ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के अंतर्गत आदेश जारी किए हैं। 
जारी आदेशों के अनुसार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) बिलासपुर के आसपास परीक्षा दिवसों में प्रातः 8 बजे से सांय 6 बजे तक किसी भी प्रकार के सामाजिक, सांस्कृतिक या राजनैतिक कार्यक्रम, जुलूस, रैली, नारेबाजी या हड़…
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 बिलासपुर में मुख्य सड़क के किनारे दुकानों का एसडीएम ने किया निरीक्षण
अतिक्रमण को लेकर प्रशासन सख्त, एक सप्ताह के भीतर अतिक्रमण हटाने के निर्देश
बिलासपुर, 4 नवम्बर : बिलासपुर शहर में मुख्य सड़क मार्ग के किनारे अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने सोमवार को सघन निरीक्षण किया। यह निरीक्षण एसडीएम सदर डॉ. राजदीप सिंह के नेतृत्व में किया गया, जिसमें तहसीलदार सदर बाल कृष्ण और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में मुख्य सड़क मार्ग से सटे कुछ दुकानदारों ने सड़कों के किनारे अतिक्रमण कर रखा है। विशेषकर कबाड़ की दुकानों द्वारा सड़क किनारे सामग्री फैलाने से न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि आए दिन जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है। इससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
एसडीएम सदर डॉ. राजदीप सिंह ने मौके पर ही संबंधित दुकानदारों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि वह एक सप्ताह के भीतर सभी प्रकार के अतिक्रमण को स्वयं हटाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि निर्धारित अवधि के बाद भी यदि अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो प्रशासन जबरन अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ जुर्माना भी वसूल करेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्य सड़क मार्ग आम जनता की सुविधा और सुरक्षित आवागमन के लिए है, और इस पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा या रुकावट कानूनन दंडनीय अपराध है। उन्होंने सभी दुकानदारों से अपेक्षा की है कि वह प्रशासन का सहयोग करते हुए स्वयं अतिक्रमण हटाएं। 
एसडीएम ने लोक निर्माण विभाग को भी निर्देश दिए कि निर्धारित समयावधि के बाद अतिक्रमण की पुनः समीक्षा की जाए और रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बिलासपुर शहर को स्वच्छ, व्यवस्थित और सुगम यातायात बनाने के लिए निरंतर अभियान चला रहा है और किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सड़कों पर अतिक्रमण, जाम लगने और दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बनता है। ऐसे में यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अत्यंत आवश्यक है, ताकि शहर में निर्बाध यातायात व्यवस्था बनाए रखी जा सके और दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।