छोटे-छोटे ऋणों के आवंटन में उदारता दिखाएं बैंक अधिकारी: अमरजीत सिंह
जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक में डीसी ने दिए निर्देश
हमीरपुर 18 सितंबर। जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक वीरवार को यहां हमीर भवन में उपायुक्त अमरजीत सिंह की अध्यक्षता मंे आयोजित की गई। इस बैठक में 30 जून को समाप्त हुई चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की उपलब्धियों की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की वार्षिक ऋण योजना में जिला में 2282.16 करोड़ रुपये के ऋण आवंटन का लक्ष्य तय किया गया है और पहली तिमाही में 26.77 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल करते हुए कुल 610.93 करोड़ रुपये ऋण जारी किए जा चुके हैं। इस दौरान जिला में सभी बैंकों की जमा राशि 16059.1 करोड़ रुपये और ऋण राशि 3861.75 करोड़ रुपये रही। यानि जिला का ऋण-जमा अनुपात 24.05 प्रतिशत रहा। उन्होंने कहा कि जिला के ऋण-जमा अनुपात में अभी भी काफी सुधार की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने सभी बैंक अधिकारियों से कहा कि वे आम लोगों, विशेषकर छोटे कारोबारियों और कृषि एवं इससे संबंधित क्षेत्रों को ऋण आवंटन में उदारता दिखाएं। इससे जिला के ऋण-जमा अनुपात में सुधार होगा और बैंकों का कारोबार एवं आम लोगों का वित्तीय समावेशन भी बढ़ेगा। जिला हमीरपुर में कृषि, पशुपालन, एमएसएमई, स्वयं सहायता समूह और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में ऋण आवंटन के साथ-साथ सोलर प्लांट, शिक्षा ऋण और हाउस लोन में भी इसकी काफी अच्छी संभावनाएं हैं। उन्हांेने कहा कि आम लोगों को ऋण योजनाओं, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और डिजिटल बैंकिंग के प्रति जागरुक करने के लिए सभी बैंक फील्ड में अधिक से अधिक कार्यक्रम आयोजित करें।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या 58,568 है। इनमें से 45,457 को किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी बैंक छूटे किसानों को प्राथमिकता के आधार पर केसीसी प्रदान करें, ताकि वे आसानी से ऋण ले सकें। एनआरएलएम, एनयूएलएम और स्वनिधि के पात्र लोगों एवं स्वयं सहायता समूहों तथा आरसेटी के प्रशिक्षणार्थियों के ऋण के मामलों में भी विलंब न करें।
बैठक में पीएमईजीपी, एससीएसटी निगम और कई अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की गई। मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक धर्मेंद्र स्याल और भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ आशीष सांगड़ा ने विभिन्न योजनाओं और रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। आरसेटी के राज्य निदेशक रमेश चंद डढवाल, आरसेटी हमीरपुर के निदेशक अजय कतना और नाबार्ड के डीडीएम नरेश कुमार ने भी अपने-अपने संस्थानों से संबंधित योजनाओं एवं उपलब्धियों का ब्यौरा रखा। सभी अधिकारियों ने स्वच्छता की शपथ भी ली।