नई दिल्ली : केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सीपीआरआई लैब से पावर सेक्टर में उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ेगी। उन्नत परीक्षण सुविधाओं और वैश्विक सर्वोत्तम तकनीक के साथ, सीपीआरआई विद्युत क्षेत्र की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और लागत-प्रभावशीलता को निरंतर बढ़ा रहा है, जिससे स्थायित्व और आत्मनिर्भरता दोनों सुनिश्चित हो रही हैं।
महाराष्ट्र दौरे के दौरान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने नासिक में सीपीआरआई की सातवीं क्षेत्रीय परीक्षण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रत्री देवेंद्र फडणवीस विशेष तौर पर मौजूद रहे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने शिरड़ी में साईं बाबा के दर्शन किए और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही, नासिक में पावन त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर विधिवत रूप से पूजा-अर्चना की।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सामान्यत लोगों को यही जानकारी है कि पावर उत्पादन के बाद सीधी घरों तक आती है, लेकिन घरों तक बिजली पहुंचने से पहले कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें बिजली इंस्ट्यूमेंट सहित अन्य उपकरणों का बारीकी से प्रशिक्षण होता है।
उन्होंने कहा कि बिजली सप्लाई के साथ उपकरणों की सुरक्षा भी प्रमुख है। इसी उद्देश्य के चलते सीपीआरआई लैब की संख्याओं को बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल, बेंगलुरु, नोएडा, हैदराबाद, कोलकाता, भोपाल में लैब हैं जल्द ही अन्य राज्यों में भी लैब की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीपीआरआई लैब के जरिये उद्योगपति भी मशीनों के उपयोग की टेस्टिंग आसानी से करा सकेंगे। बिजली सप्लाई के दौरान शार्ट सर्किट न हो, इसको लेकर तमाम उपकरणों की टेस्टिंग की जाएगी। महाराष्ट्र में लैब स्थापित होने से स्मार्ट मीटर की जांच भी आसानी होगी। लोगों की शिकायत रहती है कि उनका मीटर हैक हो गया और बिल ज्यादा आने की समस्या है।
*महाराष्ट्र में प्रीपेड एडवांस बिल जमा कराने पर मिलेगी 10 प्रतिशत की छूट
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने प्रीपेड मीटर पर एडवांस बिल जमा कराने पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने 10 प्रतिशत छूट देने की घोषणा को सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों को भी प्रीपेड और स्मार्ट मीटर बिल के भुगतान पर रियायत देनी चाहिए, ताकि लोगों का प्रीपेड और स्मार्ट मीटर पर विश्वास बढ़े।
*बिजली निर्यात को बढ़ावा दे रहा है भारत
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि देश में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, हाइड्रो पावर प्लांट के साथ न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। इससे देश न केवल बिजली में आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि दूसरे देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है। फिलहाल, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और यूएई के साथ समझौता हो चुका है। जल्द ही समुद्र के जरिये बिजली आपूर्ति का आदान-प्रदान किया जाएगा।