आपदा से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क: डीसी
अधिकारियों को फील्ड में डटे रहने के दिए निर्देश
ब्यास नदी के जल स्तर की हो रही नियमित मॉनिटरिंग
बीबीएमबी को प्रतिदिन जल स्तर के बारे में रिपोर्ट भेजने के दिए निर्देश

धर्मशाला, 01 अगस्त। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में लगातार जारी बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है इस बाबत उपायुक्त हेमराज बैरवा ने उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों सहित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों को फील्ड में डटे रहने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि किसी भी स्तर पर राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहे।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने वीरवार को जिला मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में बारिश से हुए नुक्सान की समीक्षा की तथा राहत पुनर्वास के कार्यों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर आपदा प्रबंधन के कार्यों को लेकर कोताही नहीं बरती जाए तथा सभी विभागों के अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों से संबंधित कार्यों के लिए मुस्तैद रहें।
बाधित संपर्क मार्गों की मरम्मत के दिए निर्देश
उन्होंने बताया कि भारी बारिश के चलते अवरूद्व मार्गों को तुरंत प्रभाव से वाहनों की आवाजाही के लिए दुरूस्त किया है। भारी बारिश के चलते लाहड़ चेलियां रूढ पन्याली रोड, अप्पर लंबागांव से विश्वकर्मा मंदिर रोड, चढ़ियार मुंगर हलेड़, बल्लाह टूटी बट रोड, डीडीएम रझूं रोड, खरोठ से खभरां रोड, धीरा-काहनपट्ट रोड, एककेबी चंबी-नडी-पीरा रोड बाधित हुए हैं इन संपर्क मार्गों को बहाल करने के निर्दश दिए गए हैं।
नदी नालों के नजदीक नहीं जाएं लोग
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी जिले में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है तथा आम जनमानस को सतर्क रहने का आग्रह किया गया है। उन्होंने सभी नागरिकों व पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं ।
बीबीएमबी प्रबंधन को प्रतिदिन जल स्तर की रिपोर्ट भेजने के निर्देश
.उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि भारी बारिश के चलते ब्यास नदी में जल स्तर की नियमित माॅनिटरिंग सुनिश्चित की जा रही है इस बाबत आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत बीबीएमबी को बांध में जलस्तर को लेकर प्रतिदिन प्रातः छह बजे तथा सांय चार बजे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को रिपोर्ट भेजना जरूरी होगा। इसके साथ ही जल स्तर 1350 फीट तक पहुंचने पर पानी छोड़ना होगा ताकि बांध में जल स्तर डेंजर लेवल तक नहीं पहुंच पाए। इसके साथ ही पानी छोड़ने से पहले नीचे की तरफ बसे लोगों को अलर्ट करना भी जरूरी होगा ताकि गत वर्ष की तरह किसी भी तरह नुक्सान लोगों को नहीं झेलना पड़े।
राहत पुनर्वास को लेकर मुस्तैद प्रशासन
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कि जिला प्रशासन राहत तथा पुनर्वास कार्य के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है तथा तमाम अधिकारी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। जिले में जहां मार्गों पर भूस्खलन इत्यादि हो रहा है वहां पर जेसीबी जैसी मशीनरी भी तैनात की गई है।
कंट्रोल रूम में दें तत्काल सूचना
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर संपर्क करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबन्धन केन्द्र चैबीसों घंटे चालू हैं। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबन्धन केन्द्र खुले रहेंगे।

=======================================

सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करने वालों पर होगी कार्रवाई: एडीसी
बैजनाथ में किया औचक निरीक्षण दो दुकानदारों को 14-14 हजार का जुर्माना
धर्मशाला 01 अगस्त ।’ सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने के लिए जिला भर में अभियान चलाया जा रहा है इस बाबत वीरवार को एडीसी सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, क्षेत्रीय कार्यालय धर्मशाला के क्षेत्रीय अधिकारी वरूण गुप्ता ने बैजनाथ में दुकानों का औचक निरीक्षण किया तथा दो दुकानों में सिंगल प्लास्टिक जब्त किया तथा 14-14 हजार का जुर्माना भी लगाया।
इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने दिया जाएगा तथा जिला भर में इस बाबत निरीक्षण अभियान आरंभ किया गया है। उन्होंने दुकानदारों से भी आग्रह किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को नहीं बेचें तथा बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित कर सकें।
इस अवसर पर उन्होंने व्यापारियों को प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध बारे जागरूक भी किया। इस अवसर पर एसडीएम बैजनाथ, डीएसपी सहित विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित थे।

==================================

नवोदय चयन परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन 16 सितंबर तक

धर्मशाला 01 अगस्त। जवाहर नवोदय विद्यालय पपरोला में शैक्षणिक सत्र 2025-26में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा शनिवार 18 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए पात्र एवं इच्छुक विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 16 सितंबर निर्धारित की गई है।
विद्यालय के प्राचार्य ने शैलेंद्र सिंह ने बताया कि परीक्षा से संबंधित नियमों एवं पात्रता की शर्तों की जानकारी नवोदय की वेबसाइट नवोदया.जीओवी.इन पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान कांगड़ा जिले के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान में पांचवीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थी जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्राचार्य ने बताया कि विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की सुविधा के लिए विद्यालय में हेल्प डेस्क भी स्थापित किया गया है। यदि किसी विद्यार्थी या उसके अभिभावक को ऑनलाइन आवेदन में कोई समस्या आ रही है तो किसी भी कार्य दिवस को जवाहर नवोदय विद्यालय पपरोला में अपने सभी प्रमाण पत्रों और आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर के साथ आकर ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं।
प्राचार्य ने जिला कांगड़ा के पात्र एवं इच्छुक विद्यार्थियों से 16 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की है।

=====================================

बैजनाथ-पपरोला के कूड़ा कचरा संयंत्र का एडीसी ने किया निरीक्षण
अवैध डंपिंग करने वालों पर नगर रखने के दिए निर्देश
धर्मशाला, 01 अगस्त। एडीसी सौरभ जस्सल ने कहा कि बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत में ठोस-तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इस के लिए ठोस-कचरा संयंत्र का निर्माण भी किया जा रहा है। वीरवार को एडीसी ने बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत में निर्मित हो रहे ठोस-तरल कूड़ा कचरा संयंत्र का निरीक्षण भी किया तथा नगर पंचायत के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भ्ीा दिए गए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सॉलिड और तरल बेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटारा आवश्यक है। उन्होंने बताया कि एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुसार जिला में सॉलिड वेस्ट प्रबंधन, विशेषकर प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन पर गंभीरता से कार्य हुआ है। उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्रों में घर-घर जाकर गीला और सूखा कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है तथा उसका वैज्ञानिक निस्तांतरण किया जा रहा है।
एडीसी ने शहरी निकायों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के साथ अवैध डंपिंग करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ नकेल कसी जाए। राज्य के सभी शहरी निकायों में बेहतर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (ईपीआर) पोर्टल तैयार किया गया है तथा इसमें सभी नगर निकायों सहित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रोसेसर (पीडब्ल्यूपी), प्रोडयूसर, इंपोटर, ब्रांड ओनर (पीआईबीओ), को पंजीकरण करवाना होगा इससे नगर निकायों को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के निस्तारण के लिए क्रेडिट प्वाइंट भी मिलेंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त, कांगड़ा सौरभ जस्सल ने ग्रामीण स्तर पर भी ब्लॉक विकास अधिकारियों (बीडीओ) को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों में उचित संचालन स्थापित करने और बनाए रखने का निर्देश दिया।