स्वस्थ जीवन के लिए योग तथा व्यायाम जरूरी - हेमराज बैरवा
धर्मशाला 21 जून। जिला प्रशासन कांगड़ा द्वारा आयुष विभाग के सहयोग से शुक्रवार को धर्मशाला में साई इंडोर स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। उपायुक्त कांगड़ हेमराज बैरवा ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल भी उनके साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
इस मौके पर उपायुक्त ने सभी उपस्थित बच्चों व स्थानीय निवासियों को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि योगाभ्यास व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को नियंत्रित करने में सहायक होता है। योग शारीरिक और मानसिक अनुशासन को बनाए रखते हुए शरीर और मन को शांति प्रदान करता है। उपायुक्त ने कहा कि योग तनाव और चिंता दूर करता है और हमें ऊर्जावान बनाए रखता है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए योग तथा व्यायाम जरूरी है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं तथा इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
इस अवसर पर आयुष विभाग के ओएसडी डा सुनित पठानिया, उपनिदेशक कांगड़ा जोन डा रश्मि अग्निहोत्री, तथा जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा हरीश भारद्वाज उपस्थित थे।
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जिला सुशासन सूचकांक के लिए समय पर सूचना करवाएं उपलब्ध: डीसी
पुरस्कार राशि की किश्त के आवंटन को लेकर समय पर प्रस्ताव भेजने के निर्देश
धर्मशाला, 21 जून। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला सुशासन सूचकांक वर्ष 2023-24 के आठ मूल विषय, 19 केंद्र बिंदुओं तथा 11 विशिष्ट कारकों बारे सभी विभागाध्यक्षों को समय पर सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि रिपोर्ट को आगामी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जा सके।
इस बाबत उपायुक्त हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में शुक्रवार को एनआईसी के सभागार में समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने सभी विभागाध्यक्षों से सुशासन सूचकांक को लेकर विस्तार से जानकारी भी हासिल की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 तथा वर्ष 2021-22 में सभी विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों कुशलतापूर्वक कार्य प्रणाली से जिला कांगड़ा को जिला सुशासन सूचकांक में पहला स्थान मिला था। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों को आगे भी जारी रखने के लिए कार्य करना अत्यंत जरूरी है। जिला सूचकांक पुरस्कार राशि की दूसरी किश्त के आवंटन करने के लिए सभी अधिकारियों को समय पर प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इससे पहले आर्थिक सलाहाकार हिमाचल प्रदेश सरकार विनोद राणा ने कांगड़ा जिला विगत दो वर्षों से राज्य स्तर पर जिला सुशासन सूचकांक में बेहतरीन कार्य कर रहा है तथा इस वर्ष जिला सुशासन सूचकांक में अन्य विभागों को सम्मलित किया गया है ताकि प्रत्येक क्षेत्र में बेहतरीन कार्य संभव हो सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों की आठ मूल विषय, 19 केंद्र बिंदुओं तथा 11 विशिष्ट कारकों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जानी है।
इससे पहले एडीसी सौरभ जस्सल ने जिला सुशासन सूचकांक की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला अनुसंधान अधिकारी स्वर्ण लता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।