चण्डीगढ़, 29.05.24- : श्री हरमिलाप प्रेम मंदिर मनीमाजरा का वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। मठ मंदिर से भक्त बलराम जी पधारे और उन्होंने श्री राधा कृष्ण जी के मधुर भजन सुनाकर बढिया समां बांधा। लाडो तुम ही हो मेरा ताज, शामा, आन बसो वृंदावन में आदि मधुर भजनों को सुनकर भक्त जन मस्ती में झूम उठे। उन्होंने कहा कि ठाकुर जी प्रेम के भूखे है।अपने मन को ठाकुर जी के चरणों में लगायें। इस अवसर पर श्री अनंत प्रेम मंदिर अंबाला से श्री गीता जी महाराज के आगमन पर श्री हर मिलाप सेवक सभा तथा अन्य श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया। श्री गीता जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि सतगुरु की शरण में आने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और अज्ञानता का नाश होता है । संतों का सत्संग सुनने से परमात्मा के प्रति अनुरक्ति बढ़ती है इसलिए सत्संग अवश्य सुने। उन्होंने कहा कि प्रेम के बंधन में मोहन बंध जाते हैं। भक्तों के प्रेम और भक्ति के कारण ही भगवान इस धरा धाम पर अवतरित हुए और उन्होंने अनेक प्रकार की लीलाएं की। मंदिर में श्री रामचरितमानस और श्री गुरु गाथा जी के अखंड पाठ का भोग भी डाला गया। संजय पंडित ने बताया कि यह वार्षिक उत्सव मंदिर में तीन दिन तक आयोजित किया गया । वार्षिक उत्सव की खुशी में मंदिर में सैंकड़ों लोगों के लिए भंडारा भी लगाया गया।