*सरकार के गेहूं व सरसों खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह फेल है- बजरंग गर्ग

*अनाज मंडी में लगभग 45.5 लाख एमटी गेहूं आने के बावजूद भी गेहूं का उठान ना के बराबर होने से किसान व आढ़तियों में सरकार के प्रति बड़ा भारी रोष है- बजरंग गर्ग

*गेहूं उठान के लिए जो भी ठेकेदार पैसे मांग रहे हैं सरकार को उनके खिलाफ सख्त कारवाई करनी चाहिए- बजरंग गर्ग

*सरकार को हर अनाज की खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से करके 2.5 प्रतिशत दामी देनी चाहिए- बजरंग गर्ग

*सरकार को गेहूं व हर अनाज का उठान आढ़तियों के माध्यम से करवाना चाहिए ताकि अनाज उठान में देरी ना हो- बजरंग गर्ग

*सरकार की लापरवाही के कारण किसान व आढ़ती बर्बादी के कगार पर है- बजरंग गर्ग

हिसार, 20.04.24-- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अपने मंडियों के दौरे के दौरान कहा कि अनाज मंडी में लगभग अब तक 45.5 लाख एमटी गेहूं आ चुकी है और सरकार द्वारा गेहूं की खरीद व उठान ना करने से किसान व आढ़तियों को बड़ी दिक्कत आ रही है जबकि सरसों व गेहूं का उठान ना होने से मंडियां अनाज से भरी हुई है। किसान का गेहूं व सरसों सड़कों पर पड़ा है। सरकार को गेहूं व सरसों खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह से फेल है। बजरंग गर्ग ने कहा कि बार-बार मौसम विभाग द्वारा हरियाणा में बारिश दिखाने के बावजूद भी सरकार द्वारा अनाज उठान में लापरवाही बरतना बहुत बड़ा चिंता का विषय है। पहले भी बारिश के कारण किसान का लाखों क्विंटल सरसों व गेहूं खराब हो चुकी है और आगे भी बारिश होने के आसार बताएं जा रहे हैं। सरकार को सरसों व गेहूं का उठान ठेकेदारों पर दबाव बनाकर तुरंत अनाज का उठान करवाना चाहिए। हरियाणा में जो भी ठेकेदार गेहूं उठान के नाम पर पैसे मांग रहे है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सरकार को करनी चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण आढ़ती व किसान बर्बादी के कगार पर है। सरकार द्वारा सरसों की सरकारी खरीद ना करने पर किसानों को मजबूरी में अपनी सरसों औने-पौने दामों में बेचनी पड़ रही है। सरकार ने गेहूं खरीद पर आढ़तियों को 10.99 रुपए आढ़त काम दे रही है। समय पर पल्लेदारों को मजदूरी नहीं मिलती है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को पहले की तरह हर अनाज की खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से करके 2.5 प्रतिशत पूरी आढ़त देनी चाहिए और गेहूं व अन्य अनाज उठान का ठेका मंडी के आढ़तियों के माध्यम से देना चाहिए ताकि अनाज उठाने में किसी प्रकार की देरी ना हो सके।