*सरकार की लापरवाही के कारण लाखों टन सरसों व गेहूं मंडियों में खुले आसमान में पड़ी है- बजरंग गर्ग

*मौसम विभाग द्वारा प्रदेश में बारिश बताने के बावजूद भी सरकार ने मंडियों में से सरसों व गेहूं का उठान ना करवाना उचित नहीं है- बजरंग गर्ग

*सरकार को किसान की सरसों की सारी खरीद 5650 रुपए एमएसपी पर करनी चाहिए- बजरंग गर्ग

*सरकार की गलत नीतियों के कारण आढ़ती व किसान बर्बादी के कगार पर है- बजरंग गर्ग

*सरकार को अपने वादे के अनुसार सरसों व गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान 72 घंटे के अंदर-अंदर करना चाहिए- बजरंग गर्ग

*सरकार की तरफ से मंडियों में अनाज खरीद के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं है- बजरंग गर्ग

हिसार,14.04.24-- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अपने अनाज मंडी के दौरे के दौरान कहा कि हरियाणा में जगह-जगह किसानों की सरसों व गेहूं लाखों टन मंडियों में खुले में पड़ा होने के कारण भीग गई है और आगे दो दिन ओर हरियाणा में बारिश की संभावना है। ऐसे में किसानों की फसल जो मंडियों में व किसान के खेतों में पड़ी है खराब हो जाएगी जबकि मौसम विभाग ने पहले ही 13 से 15 अप्रैल तक मौसम खराब होने व बारिश होने की संभावना बता रहा था। उसके बावजूद भी सरकार ने मंडियों में पड़ी लाखों टन सरसों व गेहूं की खरीद व उठान नहीं किया। बजरंग गर्ग ने कहा कि किसान अपनी सरसों बेचने के लिए 20 दिनों से मंडियों में धक्के खा रहे है और लाखों टन सरसों व गेहूं आज भी मंडियों में पड़ा है। सरकार को तुरंत प्रभाव से किसान की सरसों 5650 रुपए एमएसपी पर खरीद करके उसका उठान करवाना चाहिए और मंडियों में सरसों व गेहूं खरीद, उठान व किसान के भुगतान तुरंत प्रभाव से करें। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से हरियाणा का किसान व आढ़ती बर्बादी के कगार पर है। सरकार द्वारा किसान की सरसों एमएसपी पर खरीद ना करने के कारण किसान को मजबूरी में अपनी सरसों को औने-पौने दामों पर बेचनी पड़ रही है। जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की तरफ से मंडियों में सरसों व गेहूं खरीद के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं है। मंडियों में अनाज खरीद के लिए कोई मूलभूत सुविधा तक नहीं है। सरकार को अपने वादे के अनुसार सरसों व गेहूं की पूरी खरीद एमएसपी पर करनी चाहिए और सरकार को सरसों व गेहूं खरीद, उठान व भुगतान अपने वादे के अनुसार 72 घंटे के अंदर-अंदर करना चाहिए।