60 स्कूलों के विद्यार्थियों के साथ नशे के दुष्प्रभावों पर हुआ संवाद
विद्यार्थियों ने पोस्टर बनाकर नशे से दूर रहने का लिया संकल्प
धर्मशाला, 23 सितम्बर। जिला कांगड़ा के 60 स्कूलों के बच्चों को आज शनिवार को ‘संवाद’ कार्यक्रम के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुक किया गया। कई विद्यार्थियों ने पेंटिंग्स बनाकर नशे से दूर रहने का संकल्प भी लिया। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि स्कूलों में बच्चों को जागरुक करने के उद्देश्य से जिले में प्रत्येक माह के तीसरे तथा चौथे शनिवार को चयनित स्कूलों में संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी के तहत आज जिला कांगड़ा के 60 स्कूलों के बच्चों को विभिन्न गतिविधियों और जानकारियों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बच्चों से ‘संवाद’ स्थापित कर उन्हें प्रेरित किया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।
यह है संवाद
डीसी ने बताया कि स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को जागरूक करने के लिए ‘संवाद’ (एस.ए.एम.वी.ए.ए.डी.-सिस्टेमैटिक अडोलसेंट मैनेजमेंट एंड वैल्यू एडीशन डायलॉग) के नाम से एक विस्तृत कार्यक्रम बनाया गया है। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की स्कूली बच्चों से जुड़ी शिक्षा व जागरुकता गतिविधियों को कन्वर्जेंस के साथ निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संवाद कार्यक्रम का शेड्यूल इस प्रकार तैयार किया गया है, जिसमें स्कूली विद्यार्थियों के साथ नशा निवारण से लेकर मानसिक हेल्थ, पौषाहार तथा व्यक्तित्व निर्माण पर संवाद स्थापित कर उन्हें जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं।
152 स्कूलों में होंगें कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर ‘संवाद’ कार्यक्रम के लिए जिले के 152 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों का चयन किया गया है। जिनमें नूरपुर, इंदौरा, जवाली, ज्वालामुखी, नगरोटा, शाहपुर, पालमपुर और बैजनाथ में प्रत्येक उपमंडल में 12 स्कूल इसमें शामिल किए गए हैं। वहीं फतेहपुर, देहरा, जसवां परागपुर, जयसिंहपुर, सुलह, कांगड़ा और धर्मशाला में प्रत्येक उपमंडल से 8 स्कूल चयनित किए गए हैं।
अधिकारियों के चार समूह कर रहे जागरूक
डॉ. निपुण ने बताया कि संवाद अभियान को सफल बनाने के लिए प्रत्येक उपमंडल में जी-1, जी-2, जी-3 और जी-4 नाम से चार समूह गठित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जी-1 में उपमंडलाधिकारी तथा तहसील वेल्फेयर अधिकारी, जी-2 में उपमंडल पुलिस अधिकारी तथा आबकारी कराधान अधिकारी, जी-3 में खंड चिकित्सा अधिकारी एलोपेथिक तथा आयुष और जी-4 में खंड विकास अधिकारी तथा बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी शामिल किए गए हैं।
यह समूह संबंधित उपमंडलों के विद्यालयों में विद्यार्थियों को मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक कर उनसे संबंधित विषयों में संवाद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान में जिला प्रशासन सहित पुलिस, आबकारी कराधान, महिला एवं बाल विकास, कल्याण, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुष, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सहित अन्य विभाग और गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि स्कूलों में जाकर बच्चों को जागरूक कर रहे हैं।

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कांगड़ा जिला के ग्रामीण क्षेत्रों को किया जाएगा कचरा मुक्त: डीसी
जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में आरंभ किया स्वच्छता ही सेवा अभियान
धर्मशाला, 23 सितंबर। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-दो के अंतर्गत कांगड़ा जिला में दो अक्तूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान अभियान आरंभ किया गया है इस अभियान के तहत कचरा मुक्त ग्रामीण क्षेत्र पर विशेष बल दिया जाएगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि स्वच्छता के संदर्भ में गांवों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन पर प्रस्ताव तैयार कर गांवों को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा इस अभियान की शुरूआत जिला में समस्त सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों में स्वच्छता शपथ के साथ की गई है ताकि सभी लोग स्वच्छता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता को लेकर जागरूकता रैलियां तथा स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्वच्छता के साथ स्वास्थ्य को लेकर भी किया जाएगा जागरूक
उपायुक्त ने कहा कि समस्त शैक्षणिक संस्थानों में स्वच्छता हेतु जागरूकता बढ़ाने के लिए नारा लेखन, भाषण प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी इन प्रतियोगिताओं में अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि स्वच्छता के साथ साथ गांवों में स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर भी अभियान आरंभ किया जाएगा, ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि लोग स्वच्छता के साथ साथ अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक हो सकें और स्वच्छ तथा स्वस्थ समाज के निर्माण में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वहन कर सकें।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि ग्राम पंचायतों में स्वच्छता सूचना एवं संचार घटक के तहत दीवार लेखन भी करवाया जाएगा ताकि स्वच्छ ग्रामीण मिशन से संबंधित जानकारियां गांवों के प्रमुख स्थानों से जन-जन तक पहुंच सकें। उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन को लेकर ब्राउसर के माध्यम हर ग्राम पंचायत में विकास खंडों के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि लोग स्वच्छता को लेकर जागरूक हो सकें।

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ग्राम पंचायत रजियाणा में उचित मूल्य की दुकान के लिए मांगे आवेदन
धर्मशाला, 23 सितंबर। जिला कांगड़ा की ग्राम पंचायत रजियाणा खास वार्ड नं-एक में उचित मूल्य की दुकान का आवंटन किया जाना है तथा उचित मूल्य की दुकान के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 अक्तूबर निर्धारित की गई है। यह जानकारी जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले पुरूषोत्तम सिंह ने देते हुए बताया कि अधिक जानकारी के लिए जिला नियंत्रक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले धर्मशाला के दूरभाष नंबर 01892-222877 पर संपर्क कर सकते हैं।

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