करनाल ,23.09.23- स्वार्थी नेताओं की आपसी खींचतान और हरियाणा की जनता द्वारा लगातार नकारे जाने के कारण कांग्रेस हताशा के गहरे चक्रव्यूह में फंस गई है। जनता के वास्तविक सरोकार कांग्रेस नेताओं को समझ नहीं आते और इसलिए निचले दर्जे की व्यक्तिगत बयानबाजी पर उतर आते हैं। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लेकर किए गए निम्न स्तरीय वक्तव्य कि भारतीय जनता पार्टी हरियाणा कड़े शब्दों में निंदा करती है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहां जारी वक्तव्य में कहा कि हरियाणा कांग्रेस के 'कठपुतली' प्रधान को अपने नासमझीपूर्ण बयान के लिए देश और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
डॉ. चौहान ने कहा कि कांग्रेस के शिखर नेतृत्व को चाहिए कि वह उदय भान से क्षमा याचना के लिए कहे और भविष्य में अपनी जुबान पर संयम का अंकुश लगाने की सलाह भी दें। भाजपा नेता ने कहा कि अनाप शनाप बोलना कांग्रेस में राजनीतिक फैशन का रूप अख्तियार करता जा रहा है। बीते दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भारतीय जनता पार्टी को वोट देने वाले लाखों हरियाणवी मतदाताओं को राक्षस व राक्षसी प्रवृत्ति वाला कहा था। यह अपने आप में नितांत प्रजातांत्रिक और नफरत से भरा हुआ बयान था जो कांग्रेस की नकली मोहब्बत वाली दुकान के एक ऐसे सेल्स बॉय ने दिया था जो गांधी खानदान के प्रियतम लोगों में से एक है।
डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हरियाणा के लोग कभी नहीं भूलेंगे कि उन्हें राक्षस कहने वाले सुरजेवाला को सोनिया गांधी और खड़गे ने दंडित करने के बजाय पार्टी में उनका दर्जा बढ़ा दिया था। यह साफ संकेत था कि कांग्रेस में जो जितना गंदा बोलेगा और जितना नीचे गिरेगा उसे उतना मान सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की बदजुबानी का स्रोत इसके केंद्रीय नेताओं और खासकर राहुल गांधी की अपरिपक्व राजनीति में तलाशा जा सकता है। डॉ. चौहान ने कहा राहुल खुद आए दिन ऐसे बयान देते रहते हैं जिनके कारण उनकी जग हंसाई भी होती है और सियासी किरकिरी भी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे शायद ही समझ पाए क्यों उनके अध्यक्ष उदय भान की जुबान कितनी घृणित शब्दावली इस्तेमाल करने की दोषी है । मगर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अच्छी तरह जानते हैं कि उदयभान का बयान असंसदीय और खुद उनकी पार्टी की छवि को चोट पहुंचाने वाला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा 'मूक-बधिर' या गांधी के बंदरों की तरह व्यवहार करने के बजाय खुद आगे आकर उदय भान की चूक के लिए क्षमा याचना करेंगे।