चंडीगढ़, 16 सितंबर: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार ने बुढ़ापा पेंशन काटने के लिए मृत को जीवित और जीवित को मृत घोषित कर असंवेदनशील और नकारा सरकार होने का परिचय दिया है, इसकी जितनी भी भत्र्सना की जाए उतनी कम है। भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा घर बैठे बुजुर्गों की पेंशन बनाने के दावों की पोल खुल चुकी है। प्रदेश में भाजपा गठबंधन सरकार अंधी, गूंगी और बहरी होकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें सम्मान पेंशन लेने के लिए वैध पात्र होने के बावजूद विधवा औरतों के पति जिनका मृत्यु प्रमाण पत्र बना हुआ है उसको जिंदा और जिंदा औरतों और आदमियों को मृत घोषित कर उनकी पेंशन काट दी गई हैं। एक 85 साल की नेत्रहीन बुजुर्ग महिला को मृत दिखा कर उसकी पेंशन काट दी गई, एक विधवा महिला को सरकारी नौकरी में दिखा कर और एक को सरकारी पेंशन लेने का हवाला देकर सम्मान पेंशन काट दी गई, वहीं एक विकलांग को उसकी आमदनी तीन लाख से अधिक बता कर पेंशन काट दी गई है, जिन्होंने सोशल मीडिया पर आकर अपने दर्द को बयां किया। विधवा औरतें, बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों का एकमात्र सहारा सम्मान पेंशन है जिससे उनका जीवन यापन होता है। बेहद शर्म की बात है कि भाजपा सरकार द्वारा उक्त सभी बुजुर्गों और बेसहारा विधवा महिलाओं को उनकी पेंशन बहाली के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर कटवा-कटवा कर प्रताड़ित किया जा रहा है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्वर्गीय ताऊ देवी लाल ने इसीलिए बुढ़ापा सम्मान पेंशन शुरू की थी ताकि वृद्ध, विधवा और विकलांग व्यक्तियों को किसी के सहारे जीना न पड़े और पेंशन से सम्मान के साथ अपना गुजारा चला सके। भाजपा गठबंधन सरकार ने वोट लेने के लिए वायदा तो बुढ़ापा पेंशन बढ़ाने का किया था लेकिन उसके उलट लाखों लोगों की पेंशन काट कर उनके साथ अन्याय किया है। उन्होंने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इनेलो पार्टी बुजुर्गों के साथ हो रहे अन्याय को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और कहा कि सरकार तुरंत बुजुर्गों, विधवाओं और विकलांगों की कटी हुई पेंशन बहाल करे नहीं तो इनेलो बड़ा जन-आंदोलन करेगी।