चंडीगढ़, 11 जनवरी- हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज हिमाचल भवन चंडीगढ़ में हिमाचल साहित्य अकादमी से पुरस्कृत जाने-माने कवि गुरमीत बेदी के कविता संग्रह - " मेरी ही कोई आकृति" को रिलीज किया। वर्ल्ड बुक फेयर का हिस्सा बन चुके इस कविता संग्रह का जर्मनी में भी अनुवाद हो चुका है लेकिन इसे अभी भारत में रिलीज नहीं किया गया था।
राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने साहित्य की हर विधा में लेखन करके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार हासिल करने के लिए गुरमीत बेदी को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी अपनी लेखनी से साहित्य जगत को समृद्ध करते रहेंगे। उन्होंने कहा साहित्य समाज का दर्पण होने के साथ-साथ समाज को संवेदनशील बनाता है और प्रदेश सरकार भी साहित्य, कला व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि गुरमीत बेदी का लेखन नए लेखकों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा ।
गुरमीत बेदी के इस कविता संग्रह में 63 कविताएं हैं जो देश की नामी पत्रिकाओं में प्रकाशित व चर्चित हो चुकी हैं। देश के विख्यात कवि पदमश्री लीलाधर जगूड़ी ने इस कविता संग्रह की भूमिका लिखी है। कवि का यह दूसरा कविता संग्रह है।
गुरमीत बेदी ने देश के साहित्यिक परिदृश्य में कवि ,कहानीकार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार व स्तंभ लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाई है और 3 उपन्यासों के अलावा 9 किताबें साहित्य जगत को दी हैं। हाल ही में उनकी एस्ट्रोलॉजी साइंस पर रिसर्च बुक भी प्रकाशित हुई है। गुरमीत बेदी मारीशस व बर्लिन में आयोजित वर्ल्ड पोएट्री फेस्टिवल में भी भाग ले चुके हैं। हिंदी में लेखन के लिए उन्हें कनाडा में भी पुरस्कृत किया गया है और हिमाचल प्रदेश का राजभाषा सम्मान भी मिला है। बेदी इन दिनों सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के चंडीगढ़ स्थित प्रेस संपर्क कार्यालय में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत हैं।