रोहतक,12.12.18- शिक्षा व सांस्कृतिक क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले जिले के 20 स्कूलों के मुख्याध्यापकों/ प्राचार्यों को राह ग्रुप फाउंडेशन की ओर से प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानियों की शरणस्थली रहे हेरिटेज विलेज ढंढूर हिसार का भ्रमण करवाया जाएगा। हरियाणवीं सांस्कृतिक विरासत को सहजने की कड़ी में सामाजिक संस्था राह ग्रुप फाउंडेशन व एम.जी. हेरिटेज हिसार तत्वावधान में प्रदेश के कुल 400 अध्यापकों को 25 दिसम्बर को हेरिटेज विलेज ढंढूर का भ्रमण करवाया जा रहा है। जिसमें से राजा रोहताश की नगरी रोहतक से भी 20 स्कूलों के मुखियाओं को भी यह अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए प्राईवेट, सरकारी या पब्लिक स्कूल के प्राचार्य 20 दिसम्बर तक आवेदन कर सकेंगे। यह जानकारी देते हुए राह ग्रुप के संरक्षक डा. अनुराग बिश्रोई व संस्कृति प्रभारी राजकुमार श्योराण ने बताया कि इस ऐतिहासिक हेरिटेज एजुकेशन टूर में जहां ये अध्यापक हरियाणवीं विरासत के साज्जो सामान से तैयार म्यूजियम को देख प्रदेश की भव्य विरातस से रुबरु होंगे, वहीं इन्हें राह ग्रुप के हरियाणवीं फैशन शो के माध्यम से संस्कृति के विभिन्न पहलूओं को नजदीक से जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए अधिक आवेदन आने पर शिक्षा व सांस्कृतिक क्षेत्र की सामुहिक उपलब्धियों को जोड़ कर फैसला लिया जाएगा।
कलाकारों का रहेगा जमावड़ा:-
राह ग्रुप फाउंडेशन व एमजी हेरिटेज के इस हेरिटेज एजुकेशन टूर के दौरान राह ग्रुप के हरियाणवीं फैशन शो के दौरान हरियाणा प्रदेश के नामी कलाकार नवीन नारु, नफेसिंह रोहिल्ला, मुकेश कंसल सहित आधा दर्जन से अधिक कलाकार अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाएंगे। हेरिटेज एजुकेशन टूर में हरियाणवीं फैशन शो के साथ-साथ रागनी गायन भी विशेष आर्कषण का केन्द्र रहेगा। इस दौरान महिलाओं के द्वारा जकड़ी, जच्चा, विवाह उत्सवों से जुड़े हरियाणवीं लोकगीतों भी प्रस्तुत किए जांएगे।
खास अन्दाज में होगा स्वागत:-
राह ग्रुप की राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार सुदेश चहल पूनियां के अनुसार एमजी हेरिटेज ढढंूर हिसार में पहुंचने वाले मेहमानों का स्वागत विशेष अंदाज में किया जाएगा। कार्यक्रम में पहुंचने वाले मेहमानों को खाने में संपूर्ण हरियाणवीं खाना परोसा जाएगा। जिसमें देसी घी से तैयार विशेष चुरमा,खीर, शक्कर व देसी पकवानों के साथ-साथ मुर्रा नस्ल की भैंस के दूध से तैयार लस्सी पिलाकर, दूध, दही व घी भी परोसा जाएगा।
यादगार रहेगा म्यूजियम:
इस दौरान एम.जी. हेरिटेज हिसार के म्यूजियम का भ्रमण भी मुख्याध्यापकों के लिए यादगार रहेगा। राह संस्था के संस्कृति प्रभारी राजकुमार श्योराण के अनुसार यहां पर तैयार म्यूजियम में हरियाणवीं संस्कृति, विरासत व खेत खलिहान से जुड़ी पुरानी धरोहरों व साजो सम्मान, पुराने बर्तन, खेती के काम आने वाले पुराने औजार, आभूषण, वस्त्र, पुराने सिक्कों, पनघट, रहट तथा हरियाणा के परिवहन के साधनों सहित तीन सौ से अधिक वस्तुओं को भी दर्शाया गया है।