SOLAN,26.07.17-कल संध्या को उमंग कल्चरल एण्ड वैलफेयर सोसाईटी द्वारा एक्टिंग कार्यशाला का समापन समारोह मनाया गया। यह कार्यशाला शहर में पिछले दस दिनों से उमंग इंस्टीटयूट में चलाई जा रही थी। कार्यशाला का संचालन कुमारी अंबिका कमल ने किया। इस कार्यशाला में कलाकारी का शौंक रखने वाले कुछ नौजवानों ने हिस्सा लिया। नौजवानों ने अपनी कला को निखारने के लिए दस दिन की इस कार्यशाला में होने वाले एक्टिंग प्रौसेस को समझा। कार्यशाला के दौरान अंबिका ने सभी को छोटे छोटे एक्टस तैयार करवाये जिसका प्रर्दशन कलाकारों ने समापन के दौरान किया। दर्शकों के रूप में प्रतिभागियों के अभिभावक मौजूद रहे व उन्होंने सभी के एक्ट्स को बहुत पसंद किया।
पहला एक्ट 'ए प्टी हैण्ड्सÓ था जिसमें अनुज शिवानी अर्श परिहार व जय प्रकाश ने किरदार निभाया। दूसरा एक्ट था 'दि ओपन विंडोÓ जिसमें मनुज अर्श अनुज जय प्रकाश लीना शिवानी व राधिका कपूर ने अभिनय किया।इसके अलावा 'रंगीलीÓ में अर्श मनुज व शिवानी ने भूमिका निभाई। और साथ ही अर्श परिहार ने एकल नाटक 'रैड रूट्सÓ व लीना ने मंटो की कहानी 'हतकÓ से एक छोटा सा हिस्सा "सौगंधी" का प्रदर्शन किया।  
अंबिका कमल सोलन की ही रहने वाली हैं व नौनी यूनिवर्सिटी से एम बी ए की पढ़ाई कर चुकी हैं इसी के साथ अंबिका पिछले सात सालों से थिएटर के क्षेत्र में कार्यरत हैं। व पंजाब यूनिवर्सिटी से मास्टजऱ् इन थिएटर कर चुकी हैं। इससे पहले वे सोलन में ही उमंग कल्चरल एण्ड वैलफेयर सोसाइटी के साथ कई नाटक कर चुकी हैं और उसी दौरान सोलन के कलाकार व निर्देशक मनुज शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक "अदिति" के लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार जीता। इसके अलावा संजीव कुमार द्वारा निर्देशित राजा नाटक में भी अभिनय कर चुकी है। अंबिका कईं बड़े कलाकारों व निर्देशकों के नाटकों में भूमिका अदा कर चुकी हैं जैसे :
श्रीमति नीलम मान सिंह चौधरी द्वारा निर्देशित डार्क बोर्डरज़
श्रीमति ज्योति डोगरा द्वारा निर्देशित तोए
श्रीमति बलजिन्दर कौर द्वारा निर्देशित कहानियों का रंगमंच
श्रीमान रघुबीर यादव द्वारा निर्देशित बगिया बांचाराम की
श्रीमान महेन्दर कुमार द्वारा निर्देशित गगन में थाल व वसंतसेना
श्रीमति देबिना रक्षित व श्री तरूण डांग द्वारा निर्देशित नागमण्डला
इसके अलावा अंबिका 60 से ज़्यादा नुक्कड़ नाटक कर चुकी हैं व नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की कार्यशाला में भी भाग ले चुकी हैं।
अंबिका ने सभी का धन्यवाद देते हुए कहा कि वे फिर से एक अधिक अवधि की ऐसी कार्यशाला का आयोजन करने की इच्छुक हैं ताकि जिसमें वे अन्य और अधिक बातें नए कलाकारों को सिखा सकें। और बहुत जल्द वो स्वयं निर्देशित नाटक सोलनवासियों के लिए लेकर आंएगीं।