CHANDIGARH,07.12.22-कड़ी में आज केन्द्र के एम.एल.कौसर सभागार में सायं 6 बजे एक संगीत भरी शाम का आयोजन किया गया । इस बार इस मासिक बैठक को जाने माने संगीतज्ञ प्रोफैसर जितेंद्र कुमार की 75वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित किया गया । इस कार्यक्रम में दिल्ली से आए युवा एवं प्रतिभावान कलाकार ध्रुव बेदी ने अपने सितार वादन की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को अद्भुत आनंद से सराबोर कर दिया ।इस कार्यक्रम में प्रो.जितेंद्र कुमार की 75वीं जयंती के अवसर पर केन्द्र की रजिस्ट्रार डॉ.शोभा कौसर एवं सचिव श्री सजल कौसर ने अपने प्रेम भरे शब्दों से श्रद्धांजलि दी । प्रोफेसर जितेंद्र एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने कला के क्षेत्र में बहुमूलय योगदान दिया और आप न केवल एक संगीतज्ञ थे बल्कि एक बहुत कुशल गुरु एवं संगीत रचयता भी थे। इनके बहुत से शिष्य आज संगीत जगत में अपनी जगह बना चुके हैं इस अवसर पर पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर श्री अरुण ग्रोवर ने भी प्रो.जतिंदर कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी ।इस अवसर पर कई गण मान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए

ध्रुव ने इस कार्यक्रम की शुरुआत राग जैजैवंती में आलाप से कार्यक्रम की शुरुआत की । जिसे तीन ताल में निबद्ध दो बंदिशे पेश की गई । विलंबित एवं द्रुत बंदिशों के बाद ध्रुव ने राग बहार से सजी मध्य लय की बंदिश से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी । इसके उपरांत ध्रुव ने राग खमाज में ख्याल एवं तराना पेश किया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा ।

कार्यक्रम के अंत में ध्रुव ने ठुमरी जो कि रज़ाखानी गत के रूप से सजी थी, पेश की । पारम्परिक बंदिशें पेश करके ध्रुव ने अपनी विलक्षण प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया और दर्शकों की सराहना प्राप्त की ।इनके साथ तबले पर शंभूनाथ भट्टाचार्य ने बखूबी संगत की । कार्यक्रम के अंत में केन्द्र की रजिस्ट्रार डॉ.शोभा कौसर एवं सचिव श्री सजल कौसर ने कलाकारों को सम्मानित किया ।