चंडीगढ़ 4 सितंबर-सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के चंडीगढ़ आगमन पर विशाल संत समागम का आयोजन चंडीगढ़ के सेक्टर 34ए स्थित मेला ग्राउंड में हुआ। समागम में चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली, पंजाब, हरियाणा व हिमाचल के दूरदराज के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं का समागम में पहुंचने का उत्साह देखते ही बनता था।सभी ने समागम का आनंद प्राप्त किया व सतगुरू माता जी के पावन विचारों को श्रवण किया।

इस अवसर पर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति द्वारा ही भ्रम का नाश होता है तथा हमारी विचारधारा में विशालता आती है। उन्होंने इस बात को एक उदाहरण के माध्यम से समझाते हुए बताया कि जिस प्रकार कुएं के मेंढक के लिए उसका दायरा केवल कुआं होता है ,परंतु समंदर के मेंढक के लिए दायरा विशाल होता है। इसी प्रकार से हमें अपनी संकीर्णतायों से ऊपर उठकर इस विशाल प्रभु परमात्मा को जानकार इस विशाल से जुड़ना चाहिए तथा अपनी विचारधारा का दायरा प्रेम, प्यार, करुणा, दया व सहनशीलता के भाव से बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हम सोशल मीडिया के प्रभाव में घर, परिवार व समाज की सोच का दायरा सीमित करते जा रहे हैं, उस दायरे व विचारधारा को बढ़ाने का प्रयास करें।

सतगुरु माता जी ने कहा कि सत्संग, सेवा ,सिमरन से ही नम्रता वाले भाव बनते हैं। इसलिए इस निराकार प्रभु का एहसास बनाकर सांसारिक रूप में भी अपनी सकारात्मक सेवाएं निभाते चले जाएं।उन्होंने कहा कि मानवीय जीवन मिलने के बाद आलस्य का त्याग करके परमात्मा की जानकारी प्राप्त कर अपने जीवन को श्रेष्ठ व सफल बनायें।

मेंबर इंचार्ज,ब्रांचेस सन्त निरंकारी मण्डल श्री एच0एस0चावला ने कहा कि सतगुरु ब्रह्म ज्ञान का उजाला देकर मन का उजाला करता है तथा जीवन से अज्ञानता को समाप्त करता है । उन्होंने कहा कि 'ऑल इज वेल 'तभी संभव है जब 'ऑल इसकी विश 'होती है। भाव जो भी हो रहा है वह अच्छा हो रहा है और सबकुछ प्रभु परमात्मा की रजा में हो रहा है ।

चंडीगढ जोन के जोनल इंचार्ज श्री के के कश्यप जी ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के चंडीगढ़ आगमन पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी गण्यमान्य , दूर दराज से आये श्रद्धालुओं का चंडीगढ़ आने पर शुक्राना किया। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम व अन्य सभी विभागों के विशेष योगदान के लिए धन्यवाद किया तथा सहयोग देने वाले सभी सहयोगियों के लिए सतगुरु माता जी के चरणों से आशीर्वाद मांगा।