Chandigarh,25.08.22- प्राचीन कला केन्द्र द्वारा आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय मल्हार उत्सव के तीसरे दिन प्राचीन कला केन्द्र ने दो युवा एवं प्रतिभावान कलाकारों के खूबसूरत सामंजस्य की जादूमई प्रस्तुति से संजोया । कार्यक्रम का आयोजन एम.एल.कौसर सभागार में किया जा रहा है । इस अवसर पर तबला गुरू सुशील जैन एवं विख्यात सितार वादक हरविंदर शर्मा के साथ शास्त्रीय गायक प्रो.हरविंदर सिंह तबला वादक महेंद्र प्रसाद ने शिरकत की ।

आज के कलाकार सुमित पदम कलाकारों के परिवार से संबंध रखते हैं । अपने पिता से संगीत की अल्पायु से शिक्षा प्राप्त करने वाले पदम ने गुरू शिष्य परंपरा के तहत अपने गुरू पंडित हरविंदर शर्मा से सितार वादन की बारीकियां सीखीं । सुमित ने बहुत सी प्रस्तुतियां देकर अपनी कला प्रतिभा से दर्शकों को अपनी जादूमई प्रस्तुुतियों से आनंदित किया है । विभिन्न मंचों पर प्रदर्शन करने वाले सुमित ऑल इंडिया रेडियो के ग्राडिड कलाकार हैं ।

सुमित के साथ संगत करने वाले नितिन शर्मा भी एक ऐसे युवा तबला वादक हैं जो संगीत जगत में अपनी प्रतिभा के बल पर नित नए आयाम बना रहे हैं । नितिन शर्मा पंडित सुशील जैन जी के शिष्य हैं ।

आज के कार्यक्रम की शुरूआत सुमित सिंह पदम ने राग ख्याल कल्याण से की जिसमें पारम्परिक आलाप में विलम्बित तीन ताल एवं द्रुत तीन ताल में प्रस्तुति देकर दर्शकों की तालियां बटोरी । इसके पश्चात राग मियां मल्हार में निबद्ध दो द्रुत गतें पेश की । उनकी उंगलियों के जादू ने सितार की तारों को छेड़कर आज की इस शाम को मंत्रमुग्ध कर दिया । द्रुत लय की तीव्र गत से इन्होंने कार्यक्रम का समापन किया । इनके साथ मंच पर नितिन ने तबले की संगत से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए । दोनों कलाकारों को उनके गुरूओं द्वारा आशीर्वाद दिया गया । इस अवसर पर केन्द्र के सचिव श्री सजल कौसर एवं कत्थक गुरू डॉ. शोभा कौसर ने भी कलाकारों का सम्मान किया ।
कल मल्हार उत्सव का समापन रमा रंगनाथन के मधुर गायन से होगा जिसमें उनके साथ तबले पर अखतर हसन एवं हारमोनियम पर ललित सिसोदिया बखूबी संगत करेंगे ।