CHANDIGARH, 18.08.22-देश की अग्रणी सांगीतिक संध्या प्राचीन कला केन्द्र द्वारा आज पंजाब कला भवन के डॉ.एम.एस.रंधावा सभागार में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर एक विशेष संगीतमयी संध्या का आयोजन किया गया जिसमें प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना डॉ.समीरा कौसर एवं उनकी शिष्याओं द्वारा श्री कृष्ण लीलाओं को दर्शाता कत्थक नृत्य पेश किया गया । कत्थक नृत्य से सजी इस संध्या में कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए । इस अवसर पर केंद्र की रजिस्ट्रार एवं वरिष्ठ कत्थक गुरू डॉ.शोभा कौसर एवं सचिव श्री सजल कौसर भी उपस्थित थे ।

पारम्परिक द्वीप प्रज्वलन के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ कृष्ण जन्म बधाई से हुआ । इसके बाद कृष्ण वंदना पेश की गई जिसमें डॉ.समीरा कौसर ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। इसके उपरांत ताल धमार पेश किया गया । इसके बाद शुद्ध पारम्परिक कत्थक नृत्य पेश किया गया । हरेक तोड़े, टुकड़े, परन इत्यािद को कृष्णमय बनाकर नटवरी रंग से सजाया गया । डॉ. समीरा के नेतृत्व से सजे इस नृत्य में धमार ताल एक ताल तिग तिग तरंग एवं कत्थक नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश की गई । इस कार्यक्रम में डॉ. समीरा ने कृष्ण द्वादश लीला प्रस्तुत की जिसमें श्री कृष्ण की विभिन्न कृष्ण लीलाएं जैसे -राधा कृष्ण लीला,कालिया दमन,पनघट छेड़छाड़,गीता उपदेश,कुबजा मिलन,माखन चोरी,कृष्ण श्रृंगार,यमुनातट कृष्ण,नटवरी कृष्ण,होली,कंस वध,गोवर्धन लीला इत्यादि विभिन्न लीलाओं को कत्थक नृत्य के माध्यम से पेश किया गया । इस एकल प्रस्तुति में डॉ.समीरा के भाव प्रदर्शन और नृत्य की लयकारियों ने खूब तालियां बटोरी । इस कार्यक्रम में लगभग 40 शिष्यों ने भाग लिया । कार्यक्रम का समापन कृष्ण कीर्तन से किया गया जिसका दर्शकों ने खूब आनंद उठाया और दर्शक कृष्णमय रंग में रंगे नजर आए ।

इस अवसर पर इनर वील कलब की ओर से डॉ.समीरा को सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम में संगतकारों में तबले पर महमूद खान , एवं प्रमोद गंगानी ,बांसुरी पर प्रकाश नेपाली ,सारंगी पर राजेश एवं गायन पर सिम्पी प्रभाकर ने बखूबी संगत की