CHANDIGARH,29.08.21-श्री कृष्ण जनमाष्टमी के पावन अवसर पर गुरुवार को प्राचीन कला केंद्र द्वारा प्राचीन कला केंद्र के ऍम एल कौसर सभागार में कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर एक भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस भजन संध्या में क्षेत्र के सुप्रसिद्ध भजन व सूफी व भजन गायक जोड़ी कुमार बंधुओं, अनूप कुमार व हेमंत कुमार ने अपने भजनों से पूरे माहौल को भक्ति रस में रंगते हुए कृष्णमय कर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत कुमार बंधुओं ने एक भजन तुम मोरी राखो लाज हरी जोकि राग तोड़ी में निबद्ध था से की। उसके बाद उन्होंने मीरा बाई की स्वयं द्वारा स्वरबद्ध रचना मैं तो सांवरे के रंग राची, राग चारूकेशी में प्रस्तुत की। इसके बाद मीरा बाई की ही एक और रचना नटवर नागर नंदा भजो रे मन गोविंदा भी कुमार बंधुओं ने खूबसूरती से पेश कर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप का वर्णन किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इन्होंने बसों मोरे नैनन में नन्दलाल , जग में सुंदर हैं दो नाम, वो काला एक बांसुरी वाला बड़ी देर भाई नंदलाला जैसे खूबसूरत भजनों से श्रोताओं को खूब निहाल किया। इसके बाद एक राधा एक मीरा , कन्हैया किसको कहेगा तू मईया का भी श्रोताओं ने भरपूर आनंद उठाया। कार्यक्रम के अंत में मेरा आपकी कृपा से एवं जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई से कार्यक्रम का समापन किया।
हारमोनियम पर इनके साथ शीबू सिंह, बांसुरी पे श्याम थापा , तबले पर जयमल, तथा ढोलक पर मास्टर धर्मपाल ने भी जबरदस्त संगत की।