CHANDIGARH,17.08.21-प्राचीन कला केंद्र द्वारा आयोजित किये जा रहे आज़ादी के अमृत महोत्सव के दूसरे दिन अम्बाला के जानी मानी गायिका निधि नारंग की ग़ज़लों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्र के ऍम एल कौसर सभागार में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण केंद्र के यूट्यूब , फेसबुक पेज पर भी किया गया।

निधि नारंग हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन, आगरा ख्याल शैली की एक प्रसिद्ध गायिका है। प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद निधि ने प्रख्यात गुरु और गायक प्रो. यशपाल (आगरा घराना) से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने ने शास्त्रीय गायन की बारीकियां गुरु गणेश प्रसाद जी (सहसवान, भट्ट और ग्वालियर घराना) के मार्गदर्शन में सीखी। संगीत के प्रति अपने समर्पण और गुणवत्तापूर्ण प्रदर्शन के साथ, उन्होंने पूरे भारत में संगीत श्रोताओं का दिल जीत लिया। वह नियमित रूप से ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से प्रदर्शन करती है। श्रीमती निधि नारंग द्वारा वर्ष 2004 में अंबाला कैंट में सुर मंदिर स्थापित किया, जहाँ हिंदुस्तानी शास्त्रीय,, अर्ध-शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षण दिया जाता है और शास्त्रीय संगीत को करियर के रूप में विकसित करने के लिए छात्रों को प्रेरित किया जाता है। निधि नारंग कुछ जाने माने बॉलीवुड कलाकारों के मुखर संगीत प्रशिक्षण के पीछे का चेहरा भी रही है। उन्होंने ने अभिनेत्री - परिणीति चोपड़ा और सारेगामापा 2016 फाइनलिस्ट - रूपाली जग्गा, द वॉयस 2019 के विजेता, सुमित सैनी, सुपरहिट सिंगल कलाकार रागिनी टंडन, और प्रीतिका भसीन, द वॉयस 2019 टॉप 5 फाइनलिस्ट को प्रशिक्षित किया है।

आज के कार्यक्रम की शरुआत निधि ने "क्या ये भी ज़िंदगी है की" जैसी खूबसूरत ग़ज़ल से की। इसके बाद मौसम के अनुरूप एक ग़ज़ल " आज सावन रुत की पवन चली " पेश की गई। साथ ही " धुआं उठा था " पेश की उपरांत निधि ने कुछ और खूबसूरत ग़ज़लें "आपकी याद आती रही " ,यूँ न थी मुझसे बेरुखी, रूदादे मोहब्बत प्रस्तुत करके दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। इसके उपरांत निधि ने तेरी कसम का हमें , मुझसे मिलने का जैसी ग़ज़लों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के समापन पर निधि ने प्रसिद्द ग़ज़लें "आज जाने की ज़िद न करो " और " ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया " पेश करके कार्यक्रम को चार चाँद लगा दिए।

इनके साथ तबले पर परवीन राठी , डॉ सुधीर शर्मा ने हारमोनियम पर , राजेश ने सारंगी पर और जे एस जग्गी ने गिटार पर बखूबी सांगत करके खूबसूरत शाम को यादगारी बना दिया।

कार्यक्रम के अंत में कलाकारों को मोमेंटो और उतरिया देकर सम्मानित किया गया।