जापान/दिल्ली ( खेल प्रतिनिधि )-जापान देश के काशिमा शहर में हुई 11वीं एशिअन यूथ नेटबॉल चेंपियनशिप में भारतीय नेटबॉल की महिला खिलाडिय़ों ने मेजबान टीम समेत तीन देशों को पराजित करने में सफल रही है। गौरतलब हो कि भारतीय नेटबॉल टीम को पहले तीन मैच खेलने में वंचित रहना पड़ा है। कारण है भारतीय नेटबॉल महिला टीम को वीजा देर से मिलना। भारतीय महिला नेटबॉल टीम की कप्तान पल्लवी शर्मा का कहना है कि अगर ठीक वक्त पर वीजा मिल जाता तो भारत की टीम नि:संदेह मेडल टैली मे जगह बना सकती थी।

भारतीय कप्तान पल्लवी शर्मा ने जापान स्टेडियम से बताया कि भारत के खेल मंत्री एवं विदेश मंत्री ने हस्ताक्षेप करके भारत की टीम को जापान पहुंचने में अग्रणी भूमिका अदा की है। भले ही भारतीय नेटबॉल टीम जापान मे देर से पहुंची और तीन मैच जीतने के बाद रैंकिंग में पीछे रही, फिर भी भारतीय नेटबॉल टीम की खिलाडिय़ों ने भारतवर्ष की उम्मीद पर खरे उतरने की कोशिश की है।

उल्लेखनीय है कि एशिअन यूथ नेटबॉल चेंपियनशिप 29 जून को शुरु हुई थी। जिसमें दूसरे दिन 30 जून को भारत का मुकाबला मलेशीया से होना था, 01 जुलाई को चाइनेस तायपेई एवं हांगकांग से होना था। भारतीय टीम ने प्राप्त नतीजों के अनुसार दावा किया है कि इन देशों ने दूसरे देशों के सामने जितना भी स्कोर खड़ा किया वह भारत टीम के मुकाबले कुछ भी नहीं था। उसके बाद क्वार्टर फाइनल, सेमी फाइनल व फाइनल में थाईलैंड, श्री लंका, सिंगापुर, नेपाल जैसे देश भी भारतीय टीम के आगे घुटने टेकने पर विवश हो जाते।

एनएफआई ने दी विजयी टीम को बधाई -
नेटबॉल फैड्रेशन आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वागीष पाठक तथा राष्ट्रीय महासचिव हरि ओम कौशिक, नेटबॉल प्रमोशन एसोसिएशन रजि. पंजाब के महासचिव एडवोकेट करण अवतार कपिल, पीआरओ अखिलेश बंसल व मुनीष शर्मा और स्पोर्टस किटस शोरूम स्पार्टन के मालिक यशपाल जालंधर ने संघर्ष के बाद तीन देशों को शिकस्त करने वाली भारतीय नेटबॉल महिला टीम का हौंसला बढ़ाया है। इसके साथ ही चेंपियन बनी मलेशीया, द्वितीय रही हांगकांग व तृतीय रही श्री लंका की टीम व आयोजकों को बधाई दी है।

यह मैच खेलने से वंचित रहा भारत-
भारत / हॉंग-कॉंग
भारत / मलेशीया
भारत / चाइनेस तायपेई

तीन मैच खेले तीनों में जीत-
देश/देश गोल स्कोर विजयी
भारत / जापान 65-58 भारत
भारत / बुरुनई 60-45 भारत
भारत / कोरीया 99-15 भारत