कुल्लू, 20 अगस्त। देवभूमि कुल्लू के ग्रामीण युवक राम शर्मा ने देश का नाम दुनियाभर में रोशन किया है। कुल्लू जिला के दुर्गम गांव दलयाड़ा के युवक राम शर्मा को युवा व्यवसायी के टेलैंट को देखते हुए अंतराष्ट्रीय ग्लोबल अवॉर्ड 2017 से थाईलैंड में सम्मानित किया गया है। इस अंतराष्ट्रीय ग्लोबल अवॉर्ड का आयोजन थाईलैंड की राजधानी बैंकाक के प्रसिद्ध होटल होलीडे इन में आयोजित हुआ। थाईलैंड के उपप्रधानमंत्री कॉर्न दब्बरांसी ने इस युवा को युवा व्यवसायी के अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर पर फ्रांस के प्रिंसेस इजबेल लफ्फरोज व भारतीय दुतावास वीबी सोनी भी मौजूद रहे। उक्त लोगों ने इस युवा व्यवसायी के बुलंद हौसलों की तारिफ करते हुए ऊर्जावान भारतीय युवा की संज्ञा दी है। इस पुरस्कार के लिए विश्वभर के व्यवसायी व व्यक्तिगत प्रतिभावाशाली लोगों को उनके सराहनीय कार्य के लिए चुना जाता है जिसमें कुल्लू जिला के दलयाड़ा गांव के इस युवक को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राम शर्मा आयुर्वेद के कई उत्पादों का व्यापार करते हैं और देशभर में आयुर्वेद के उत्पादों से लाखों लोगों को स्वस्थ जीवन दिया है। राम शर्मा हिमाचल प्रदेश के ऐसे पहले युवक हंै जिन्हें आयुर्वेद के क्षेत्र में काम करने पर अंतराष्ट्रीय ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया है। पूरे प्रदेशभर व देशभर के व्यवसायियों में राम शर्मा को मिले इस अवार्ड को लेकर खुशी का माहौल है। यही नहीं प्रदेश के दुर्गम गांव दलयाड़ा में भी जश्र का माहौल है कि एक छोटे से गांव से निकला युवक जहां चंडीगढ़ में बैठकर लाखों युवाओं को रोजगार मुहैया करवा रहा है वहीं आज उक्त युवक ने इस छोटे से गांव का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया है। बंजार उपमंडल के दलयाड़ा गांव में लक्ष्मण शर्मा के घर में जन्में इस युवक में बचपन से ही कुछ नया करने का शौक रहा है जो आज अंतराष्ट्रीय स्तर की ख्याती से पूरा हुआ है। राम अपनी इस कामयाबी के लिए बेहद खुश है। राम शर्मा ने बताया कि जब उन्हें अंतराष्ट्रीय युवा आंट्रेप्रेनुर चुना गया तो उन्हें बेहद खुशी हुई है। राम शर्मा आयुर्वेद के द्वारा पूरे भारत में बिमारियों से बचने के उपाय व दवाईयों के बारे में प्रचार-प्रसार व व्यापर कर रहे हैं। इसके अलावा लाखों युवाओं को रोजगार मुहैया करवाते हैं। राम शर्मा की माता कृष्णा देवी गृहणी है और पिता कुल्लू कोर्ट में कार्यरत हैं जो अपने बेटे की इस कामयाबी पर बेहद खुश हैं। राम शर्मा के चाचा इंद्र देव शर्मा, चाची राधा शर्मा, ग्रामीण लच्छी राम शर्मा, दिवान शर्मा, कृष्ण शर्मा आदि ने बताया कि राम शर्मा की इस कामयाबी पर  गांव में भी खुशी का माहौल छाया है। राम शर्मा ने बताया कि इस कामयाबी के पीछे जहां उनके माता-पिता का हमेशा सहयोग रहा है वहीं गुरूजनों को भी इसका श्रेय जाता है कि उन्होंने मुझे इस काविल बनाया। उन्होंने बताया कि वह छोटे से ब्राह्मण गांव दलयाड़ा में पैदा हुए और देवता बड़ा छमाहूं का उन्हें हमेशा आशीर्वाद

रहा है। बड़ा छमांहूं का पूजारी होने के नाते वे हमेशा देव संस्कृति से भी जुड़े रहे हैं और आज गांव से बाहर रहकर भी अपनी देव संस्कृति व सभ्यता को नहीं भूले हैं। इसलिए महानगरोंं में रहकर भी उन्हें माता-पिता व देव बड़ा छमाहूं का उन्हें पूरा आशीर्वाद रहा है। उन्होंने बताया कि वे इससे भी आगे जाना चाहते हैं। बहरहाल कुल्लू जिला के ग्रामीण क्षेत्र के युवक आज देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं।