चंडीगढ़ , 16 नवंबर, 2022: 75वें वार्षिक निरंकारी संत समागम में आज सेवादल के लिए समर्पित दिन पर सेवादल की अनथक सेवाओं को सराहते हुए निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन सान्निध्य में निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा (हरियाणा) में एक भव्य सेवादल रैली का आयोजन किया गया | इसके बारे में चंडीगढ़ ब्रांच के संयोजक ने बताया |

सेवादल रैली में पधारते ही सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं उनके जीवनसाथी राजपिता रमित जी का सेवादल के केंद्रीय अधिकारियों ने हार्दिक स्वागत किया | एक खुले वाहन में विराजमान हो कर दिव्य युगल ने पूरी सेवादल रैली का अवलोकन करते हुए अपनी दिव्य मधुर मुस्कान द्वारा रैली में सम्मिलित सेवादल बहन भाईयों को उनका अभिवादन स्वीकार करते हुए अपना पावन आशीर्वाद प्रदान किया | सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं राजपिता रमित जी ने स्वयं सेवादल वर्दी पहन कर मिशन की निष्काम मानवसेवा की भावना को बढ़ावा देते हुए उजागर किया |

इस रैली में देश के कोने कोने से आए हुए हजारों सेवादल भाई बहनों ने अपनी खाक़ी-नीली वर्दियों में भाग लिया | दूर देशों से भी अनेक सेवादल स्वयंसेवक अपनी निर्धारित यूनिफॉर्म में इस रैली में सम्मिलित हुए |

इस रैली में समागम का मुख्य विषय ‘रूहानियत एवं इन्सानियत’ पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें व्याख्यान, कवितायें, सम्पूर्ण अवतार बाणी के पावन शब्द का गायन, समूह गीत एवं लघुनाटिकायें इत्यादि का समावेश था | इसके अतिरिक्त शारीरिक व्यायाम, खेलकूद तथा मानवीय मीनार एवं मल्लखंब जैसे शारीरिक करतब दिखाए गए |

उल्लेखनीय है कि निरंकारी सेवादल न केवल संत समागम के अवसर पर बल्कि पूरे वर्ष मानव सेवा की विभिन्न गतिविधियों में अपना बहुमूल्य योगदान देते रहते हैं जिसमें रक्तदान, प्राकृतिक आपदा में राहत एवं पुनर्वास कार्य, सफाई अभियान, वृक्षारोपण, नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन इत्यादि का समावेश है | कोविड-19 की महामारी के दौरान इन सेवादारों ने नियमों का उचित पालन करते हुए मिशन की ओर से घर घर में जाकर जरुरतमंद लोगों को राशन बाँटने का कार्य किया | इसके अतिरिक्त कोविड केयर सेंटरों में परिवर्तित किए गए निरंकारी सत्संग भवनों में एवं टीकाकरण शिविरों में भी अपनी सेवायें अर्पित की |