चण्डीगढ़, 23.10.22- : कार्तिक मास किए गए भजन साधन दान पुण्य का हजारों गुना फायदा होता है, इसलिए इस मास में भजन साधन करना आवश्यक है। ये कहना है श्री चैतन्य गौड़ीय मठ संस्थान के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी भक्ति विचार विष्णु महाराज जी का।

वे आज श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, से.-20, चण्डीगढ़ में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। गौड़ीय मठ संस्थान प्रत्येक वर्ष भारत के अलग-अलग शहरों में कार्तिक मास भक्ति प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करता है। इस वर्ष 30 सालों बाद चण्डीगढ़ के गौड़ीय मठ में कार्तिक मास भक्ति प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भारत के अलग-अलग प्रांतों के भक्त प्रशिक्षण के लिए भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सूरज निकलने से एक घंटा 36 मिनट पहले की गई भजन साधन का हजार गुना महत्व होता है। मीडिया का सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आज की परिस्थितियों में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना समय की जरूरत है। पीड़ित, उपेक्षित व प्रताड़ित किए दूसरे देशों के हिंदू कहां जाएं? उन्हें निर्भय होकर रहने के लिए स्थाई तौर पर छत तो अवश्य चाहिए l अपनी बांग्लादेश के प्रवास की आपबीती बताते हुए उन्होंने कहा कि वहां के निवासी हिंदू डर के माहौल में अपना जीवन व्यतीत कर रहें हैं। वे किसी भी वक्त अनहोनी की आशंका से ग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू हमेशा उदार रहा है व हिंसा से नफरत करता है, इसलिए भारत को हिंदू राष्ट्र बनने पर किसी गैर हिंदू को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने भगवान राम जी का अयोध्या में मंदिर का निर्माण एवं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर व महाकाल कॉरिडोर बनाने पर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर हिन्दू समुदाय मुखर हुआ है तो ये इनकी बदौलत ही सम्भव हो पाया है।
मठ प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि बाहर से आने वाले भक्तों के खाने, पीने व रहने के उचित प्रबंध किए गए हैं। चण्डीगढ़ के विभिन्न सेक्टरों में प्रभात फेरियां निकाली जा रही हैं। प्रतिदिन प्रातः काल 3:45 पर प्रशिक्षण शिविर क्लास प्रारंभ हो जाती है एवं रात के 10:00 बजे तक यह कार्यक्रम निरंतर चलता रहता है। चण्डीगढ़ गौड़ीय मठ के सक्रिय सदस्य राजीव जिंदल, जो जाने-माने उद्योगपति एवं समाजसेवी भी हैं, ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने के लिए भक्ति प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। एक अच्छा नागरिक बनने के लिए भारतीय धर्म ग्रंथों का अध्ययन आवश्यक है।